प्रयागराज l जिले में मंगलवार रात कोरोना से पहली मौत हुई। पांच दिन पहले लूकरगंज में मिले कोरोना संक्रमित इंजीनियर ने आधी रात दम तोड़ दिया। उनके शव को थ्री लेयर बैग में सील कराकर मोर्चरी में रखा दिया गया। बुधवार को दिन में नियमानुसार शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
लूकरगंज निवासी 47 वर्षीय इंजीनियर को पिछले काफी दिनों से बुखार की शिकायत थी। सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। एक मई को जांच कराने पर इंजीनियर के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्हें कोविड एल-1 अस्पताल कोटवा में भर्ती कराया गया लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। इस पर दो मई को कोविड 19 के लिए बने लेवल-3 अस्पताल एसआरएन में रेफर कर दिया गया।यहां उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया, लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। हालत लगातार बिगड़ी जा रही थी। मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर उनकी तबीयत और बिगड़ गई। शाम को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, फिर भी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। रात साढ़े 11 बजे इंजीनियर ने दम तोड़ दिया। रात में ही उनके शव को थ्री लेयर बैग में सील करा कर उसे मोर्चरी में सुरक्षित करा दिया गया। प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि शव परिजनों को नहीं दिया जाएगा। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के साथ शव का अंतिम संस्कार होगा। बता दें, इंजीनियर की पत्नी समेत परिवार के चार और लोग कोरोना से संक्रमित हैं। सभी अस्पताल में भर्ती हैं।लूकरगंज में मिले कोरोना संक्रमित इंजीनियर की मंगलवार रात मौत हो गई। दोपहर से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। शाम को वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन रात में उन्होंने दम तोड़ दिया। बुधवार को दिन में पूरे प्रोटोकॉल के साथ शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।डॉ. ऋषि सहाय, नोडल अधिकारी, कोविड 19 ने मौत की पुष्टि l
प्रयागराज में आर्किटेक्ट इंजीनियर कोरोना पॉजिटिव वीरेंद्र सिंह की हुई मौत