पॉलिटेक्निक चौराहे से  किसके इशारे पर चल रही हैं अवैध रूप से डग्गामार बसें 

 परिवहन मंत्री अशोक कटियार और प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह के सख्त निर्देश है कि डग्गामार बसों कोशिश करके उनके परमिट को निरस्त किया जाए  .  इसके बाद भी लखनऊ से डग्गामार बसों के संचालन पर अंकुश नहीं लग सका यह  यह अलग बात है कि रोजाना 100 से अधिक बसे सवारी ढो रही हैं पर चालान 7 से 10 बसों का ही हो रहा है जो रस अदायगी भर ही है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल कि आखिर में किसके इशारे पर डग्गामार बसें चल रही हैं जिन को जप्त करने में दर्जनभर जिलों के प्रवर्तन दस्ते नाकाम साबित हो रहे हैं  आगरा एक्सप्रेसवे बुधवार देर रात डग्गामार बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भी लखनऊ में सवारी ढोने वाली डग्गामार बसों के आवागमन पर कोई फर्क नहीं पड़ा इनका कानपुर रोड के ट्रांसपोर्ट नगर अवध चौराहा होटल क्लर्क पॉलिटेक्निक चौराहा  कमता  चिनहट तिराहा से आवागमन होता रहा है यही नहीं दिल्ली से लखनऊ आने आर बिहार को जाने वाली बसें गुजरती रही जबकि लखनऊ से लेकर उन्नाव  गोरखपुर  बस्ती हरदोई इटावा कन्नौज मैनपुरी और फिरोजाबाद आदि के प्रवर्तन दस्ते इस अवैध बस संचालन को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी ।


चालान भरते और चलने लगती डग्गामार बसें , 
     लखनऊ से सवारी ढोने वाली डग्गामार बसों पर सर्वाधिक चालान की कार्रवाई होती है इस चालान से परिवहन विभाग को राजस्व मिल जाता और कार्यवाही भी हो जाती उधर संचालक भी चालान का जुर्माना भरने के बाद फिर से  डग्गामारी में सवारी ढोना सुरु कर देते है ।


 वसूली का अड्डा पॉलिटेक्निक , कमता , चिनहट । 
 पॉलिटेक्निक से चल रही अवैध रूप से डग्गामार बसें  बिना पुलिस की मिलीभगत से नहीं चल सकती हैं पॉलिटेक्निक से डग्गामार बसें  चलाने के लिए हफ्ता फिक्स कर दिया जाता है ।