उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मुख्यमंत्री योगी पर भगवा चोला पहनने वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रियंका को भगवा और भगवा धारण करने के बारे में पता ही नहीं है। वो नहीं जानती कि भगवा धारण करना कितनी बड़ी बात होती है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रियंका गांधी तुष्टीकरण की राजनीति कर रही हैं और भ्ागवा रंग पर टिप्पणी कर प्रियंका गांधी ने हिंदू धर्म का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस व सपा इस समय ट्वेंटी 20 मैच खेलना चाहते हैं। उपचुनाव में भाजपा ने 12 में से 9 सीटें हासिल की। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। ये उन्हें नहीं भूलना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि धारा 144 का उल्लंघन विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष के नेता शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने विपक्ष पर नागरिकता संशोधन कानून पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया, कहा कि जनता ऐसी कोशिशों का जवाब देगी। इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी और यह संविधान के खिलाफ नहीं है।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने आज लखनऊ दौरे के तीसरे दिन प्रेसवार्ता कर योगी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने भगवा रंग धारण किया है। उन्हें इसका महत्व समझना चाहिए। भगवा उनका निजी रंग नहीं है बल्कि भारत की परंपरा का प्रतीक है। हमारी परंपरा में बदला या हिंसा का कोई स्थान नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री बदला लेने की बात करते हैं। ये मुख्यमंत्री की भाषा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस व सपा इस समय ट्वेंटी 20 मैच खेलना चाहते हैं। उपचुनाव में भाजपा ने 12 में से 9 सीटें हासिल की। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। ये उन्हें नहीं भूलना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि धारा 144 का उल्लंघन विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष के नेता शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने विपक्ष पर नागरिकता संशोधन कानून पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया, कहा कि जनता ऐसी कोशिशों का जवाब देगी। इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी और यह संविधान के खिलाफ नहीं है।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने आज लखनऊ दौरे के तीसरे दिन प्रेसवार्ता कर योगी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने भगवा रंग धारण किया है। उन्हें इसका महत्व समझना चाहिए। भगवा उनका निजी रंग नहीं है बल्कि भारत की परंपरा का प्रतीक है। हमारी परंपरा में बदला या हिंसा का कोई स्थान नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री बदला लेने की बात करते हैं। ये मुख्यमंत्री की भाषा नहीं होनी चाहिए।