राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान शिव सेना नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर तंज कसा। उन्होंने राष्ट्रवाद या हिंदुत्व के मुद्दे पर कहा, 'जिस स्कूल में तुम पढ़ते हो, हम उस स्कूल के हेडमास्टर हैं।'
सदन में बिल पर चर्चा के दौरान संजय राउत ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, 'मजबूत पीएम और गृह मंत्री पर हमारी आशा है। क्या इस बिल के पास होने के बाद आप घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे? अगर शरणार्थियों को स्वीकार करते हैं, तो उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। क्या उनको वोटिंग अधिकार मिलेंगे?'
संजय राउत ने कहा, 'मैं कल ये लगातार सुन रहा हूं कि जो लोग बिल का समर्थन नहीं कर रहे हैं, वे राष्ट्रविरोधी हैं और जो समर्थन में हैं, वो राष्ट्रवादी।'
शिव सेना के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'हमें राष्ट्रवाद या हिंदुत्व पर कोई प्रमाण पत्र नहीं चाहिए। जिस स्कूल में आप पढ़ते हो, हम उस स्कूल के हेडमास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बालासाहेब ठाकरे थे, अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे। हम सबको मानते हैं।' उन्होंने कहा कि इस बिल का विरोध धार्मिक आधार पर नहीं मानवता के आधार पर होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी की थी कि विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। इस पर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा, 'ये पाकिस्तान की असेंबली तो नहीं है। देश की जनता ने सबको वोट किया है। अगर पाकिस्तान की भाषा हमको पसंद नहीं है, तो पाकिस्तान को खत्म करो।'
संजय राउत ने कहा, 'मैं कल ये लगातार सुन रहा हूं कि जो लोग बिल का समर्थन नहीं कर रहे हैं, वे राष्ट्रविरोधी हैं और जो समर्थन में हैं, वो राष्ट्रवादी।'
शिव सेना के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'हमें राष्ट्रवाद या हिंदुत्व पर कोई प्रमाण पत्र नहीं चाहिए। जिस स्कूल में आप पढ़ते हो, हम उस स्कूल के हेडमास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बालासाहेब ठाकरे थे, अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे। हम सबको मानते हैं।' उन्होंने कहा कि इस बिल का विरोध धार्मिक आधार पर नहीं मानवता के आधार पर होना चाहिए।
पाकिस्तान की असेंबली नहीं :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी की थी कि विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। इस पर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा, 'ये पाकिस्तान की असेंबली तो नहीं है। देश की जनता ने सबको वोट किया है। अगर पाकिस्तान की भाषा हमको पसंद नहीं है, तो पाकिस्तान को खत्म करो।'