लखनऊ समेत 14 शहरों में चलेंगी 700 इलेक्ट्रिक बसें, जानें- किस शहर में चलेंगी कितनी बसें
प्रदेश सरकार ने नगरीय परिवहन प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए राजधानी समेत 14 शहरों में 700 वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने का फैसला किया है। इनमें से केंद्र सरकार की 'फेम इंडिया स्कीम-टू' योजना के तहत 11 शहरों में 600 बसें और राज्य सरकार अपने खर्च से तीन शहरों में 100 बसें चलाएगी।


संचालन पीपीपी मोड में ग्रास कॉस्ट कांट्रैक्ट मॉडल पर किया जाएगा। कैबिनेट ने सोमवार को इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार की मदद से बस संचालन के लिए लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, गाजियाबाद, वाराणसी, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी एवं बरेली का चयन किया गया है।
इन शहरों में केंद्र सरकार 45 लाख रुपये प्रति बस की दर से प्रदेश सरकार को अनुदान देगी। वहीं, मथुरा-वृंदावन, गोरखपुर और शाहजहांपुर में बसों का संचालन राज्य सरकार करेगी। बस संचालन पर करीब 965 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
पीपीपी मोड पर बस संचालन के लिए कंपनी के चयन को भी मंजूरी दी गई है। इसके लिए पिछले दिनों ही निविदा प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। इसमें 6 फर्मों ने भाग लिया था। सभी के बिड्स का तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद परियोजना को संचालित करने के लिए 'पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सल्यूशन' नाम की फर्म का चयन किया गया है।
सरकार का मानना है कि इससे शहरी क्षेत्र में नगरीय परिवहन व्यवस्था सुदृढ़ होने के साथ ही पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।


किस शहर में कितनी चलेंगी बसें



प्रस्ताव के मुताबिक लखनऊ, कानपुर व आगरा में 100-100 बसें, प्रयागराज, गाजियाबाद, वाराणसी, मेरठ व मथुरा-वृंदावन 50-50 बसें और मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी, बरेली, गोरखपुर व शाहजहांपुर में 25-25 बसों चलाई जाएंगी।