गोरखपुर: राज्यपाल ने किया 715 विद्यार्थियों को सम्मानित, सीएम योगी बोले-परिश्रम का कोई विकल्प नहीं

 


उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज गोरखपुर में हैं। वे महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के अंतिम दिन मुख्य महोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुई हैं। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। इस अवसर पर मंच से 715 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी विद्यार्थी आगे बढ़ सकते हैं । बस उन्हें परिश्रम करना होगा। परिश्रम का कोई मूल्य नहीं होता है परिश्रम विद्यार्थियों को अमूल्य बना देता है और मेहनत यशश्वी बना देगा
1932 में पूर्वी यूपी में शैक्षिक पुनर्जागरण के लिए महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना महंत दिग्विजय नाथ ने की। जब भी कोई स्वाभिमानी समाज अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए तैयार होता है तो कोई ताकत उसपर शासन नही कर सकती। आज़ादी मिलना पर्याप्त नही है बल्कि आज़ादी के मायनों को जानकर समर्थ और शक्तिशाली भारत का निर्माण करने के लिए महंत दिग्विजय नाथ ने सोचा था। इसी सोच को लेकर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना की। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने ही देश में पहले महिलाओं के लिए निजी क्षेत्र का संस्थान खोला था।
महंत दिग्विजय नाथ और महंत अवेद्यनाथ के बाद आज भी यह कार्य निरन्तर चल रहा है। इस्के पीछे का उद्देश्य भारतीयता से परिपूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा का विस्तार और जहां शासन ना पहुच पाया हो, वहां अपनी परिषद के माध्यम से लोगों तक पहुचना है। पिछले 25 साल में कौन संस्था प्रगति कर रही है और कौन अवनति पर है वो इन संस्थाओं की रिपोर्ट बताती है।
किसी भी क्षेत्र में कार्य करने वाला व्यक्ति हो उसके साथ यह बात जुड़ी होती हैं। 2032 में जब शिक्षा परिषद अपना शताब्दी वर्ष माना रहा होगा उस समय इस परिषद ने कौन की उपलब्धि हासिल की होगी और कौन लीक से हटकर लक्ष्य प्राप्त करेगा ये आप सबके लिए चुनौती है। परिश्रम का कोई विकल्प और मूल्य नही हो सकता।