डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को उनके परिनिर्वाण दिवस पर सपाईयों ने दी श्रद्धांजलि

प्रयागराज,  बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर सपा के जिला कार्यालय जॉर्ज टाउन में संगोष्ठी आयोजित कर वक्ताओं ने उनके देश के निर्माण में दिए गए योगदान पर चर्चा करते हुए उन्हे एक समाज सुधारक और लोकतांत्रिक नेता बताया l वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब का राष्ट्र के निर्माण में असीम योगदान है l उन्हे हमेशा शोषित वर्गों, विशेषकर अनुसूचित जातियों, एवं जनजातियों के लिए लड़ने वाले एक योद्धा के रूप में देखा गया है l उन्होने सभी क्षेत्रों में समानता, चाहे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हो के मौलिक मापदंड के आधार पर अधिकारों के लिए कार्य किए l संविधान सभा की बैठक में उनके अंतिम उद्बोधन “हमें राजनीतिक लोकतन्त्र के साथ – साथ सामाजिक लोकतन्त्र भी स्थापित करना चाहिए “की चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के विचार आज देश में सर्वाधिक प्रासंगिक हो चुके हैं l  14 अक्टूबर 1956 को उनके साथ मानवाधिकार से वंचित और गुलामी सहने के लिए बाध्य हजारों की संख्या में लोंगो ने बौद्ध धर्म अपनाया था l 
        विडम्बना यह है कि आजादी के बरसों बाद भी सामाजिक न्याय एवं समरसता पर सवाल खड़े हो रहे हैं l समाज के कमजोर तबके के लोगों को हिंसा का शिकार बनाया जा रहा है l आज जब भारत चाँद छूने की कोशिश कर रहा है तब इसी देश में हर साल दलित समाज के लोग सीवर की सफाई करते वक्त अपनी जान गवां देते हैं l 
सपा नेताओं ने कहा कि उनका नारा, 'शिक्षित हो,संगठित हो, संघर्ष करो “आज भी प्रेरणा देता हैl   इसके पूर्व 11 बजे जिला एवं महानगर इकाई के नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रध्दांजलि अर्पित किया l
   संगोष्ठी में सर्व श्री कृष्णमूर्ति सिंह, सैयद इफ्तिखार हुसैन,पूर्व सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल,डॉ मान सिंह, पंधारी यादव,राजेंद्र सिंह पटेल,  वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह,अजय श्रीवास्तव, दूधनाथ पटेल,आर. एन. यादव, योगेश यादव,जीत लाल पासी,संतलाल वर्मा, महबूब उस्मानी,अनंत बहादुर, दान बहादुर मधुर,मो. अस्करी, संदीप यादव, नटे चौधरी, राकेश सिंह यादव, श्रीमती मंजू यादव, गीता पासी, कुशल सिंह पटेल, हरेकृषन ओझा, दिनेश यादव, अजय आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।