उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के परसा में एनएच 730 के किनारे शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के बानगंगा नदी में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर स्नान करते वक्त डूबने से दो चचेरे भाईयों की मौत हो गयी और एक को लोगों ने बचा लिया।
घटना से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर एनएच 730 के किनारे शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के बानगंगा नदी में नहाते समय विशाल पुत्र ध्रुवराज उम्र 18 वर्ष, उसका सगा भाई विकास 14 वर्ष व चचेरा भाई मोनू पुत्र महेन्द्र 17 वर्ष नदी में अचानक डूबने लगे।
आसपास के लोगों ने तीनों को बचाने का प्रयास किया और विकास पुत्र ध्रुवराज को बचा लिया परन्तु विशाल और मोनू को नहीं बचा पाए। कुछ तलाश करने के बाद दोनों का पता चला।
लोगों ने तुरंत ही दोनों को सीएचसी शोहरतगढ़ पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने दोनों का पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया।
इस संबंध में शोहरतगढ़ के प्रभारी थाना निरीक्षक अवधेशराज सिंह ने कहा कि परिजनों की सहमति से पंचनामा करवाकर शव उन्हें सौंप दिया गया है।
मृतक विशाल और मोनू के परिजन शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के बगुलहवा के रहने वाले हैं और ध्रुवराज महथा व महेंद्र सिसवा चौराहे पर दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं।
घटना से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर एनएच 730 के किनारे शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के बानगंगा नदी में नहाते समय विशाल पुत्र ध्रुवराज उम्र 18 वर्ष, उसका सगा भाई विकास 14 वर्ष व चचेरा भाई मोनू पुत्र महेन्द्र 17 वर्ष नदी में अचानक डूबने लगे।
आसपास के लोगों ने तीनों को बचाने का प्रयास किया और विकास पुत्र ध्रुवराज को बचा लिया परन्तु विशाल और मोनू को नहीं बचा पाए। कुछ तलाश करने के बाद दोनों का पता चला।
लोगों ने तुरंत ही दोनों को सीएचसी शोहरतगढ़ पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने दोनों का पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया।
इस संबंध में शोहरतगढ़ के प्रभारी थाना निरीक्षक अवधेशराज सिंह ने कहा कि परिजनों की सहमति से पंचनामा करवाकर शव उन्हें सौंप दिया गया है।
मृतक विशाल और मोनू के परिजन शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के बगुलहवा के रहने वाले हैं और ध्रुवराज महथा व महेंद्र सिसवा चौराहे पर दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं।