ईट व्यवसाई सोनू सिंह हत्या के बाद परिजनों ने पूरी रात अमेठी जिला अस्पताल में ही हंगामा काटा। प्रशासनिक अमला पूरी रात मान मनोबल में जुटा रहा लेकिन परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। सुबह चार बजे किसी तरह से परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। पोस्टमार्टम दफ्तर के बाहर भी जिलाधिकारी व परिजनों के बीच भी नोकझोंक हुई। फिलहाल घटना को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
दरअसल, मंगलवार की शाम कोतवाली क्षेत्र के निवासी विजय सिंह उर्फ सोनू सिंह मुसाफिरखाना रोड पर स्थित नहर पुल के पास बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। संयुक्त जिला अस्पताल में जब प्रशासन ने शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहा तो परिजन विरोध करने लगे। सुबह लगभग 4 बजे तक परिजनों का विरोध जारी रहा।
इस दौरान कई बार मृतक के परिजन व पुलिस प्रशासन के लोग आमने-सामने भी हुए। सुबह 4 बजे मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय मांगों का मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपने के बाद प्रशासनिक मान मनव्वल पर परिजन शव पोस्टमार्टम के लिए देने को तैयार हुए।
मृतक के चाचा शिव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी, उन पर गैंगस्टर व रासुका के तहत कार्रवाई, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 20 लाख का मुआवजा के साथ ही घटना में चोटिल हुआ गवाह को शस्त्र लाइसेंस व सुरक्षा दिलाए जाने की मांग की है। परिजनों ने अपराधियों और क्राइम ब्रांच के बीच संबंधों की भी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
इस दौरान कई बार मृतक के परिजन व पुलिस प्रशासन के लोग आमने-सामने भी हुए। सुबह 4 बजे मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय मांगों का मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपने के बाद प्रशासनिक मान मनव्वल पर परिजन शव पोस्टमार्टम के लिए देने को तैयार हुए।
मृतक के चाचा शिव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी, उन पर गैंगस्टर व रासुका के तहत कार्रवाई, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 20 लाख का मुआवजा के साथ ही घटना में चोटिल हुआ गवाह को शस्त्र लाइसेंस व सुरक्षा दिलाए जाने की मांग की है। परिजनों ने अपराधियों और क्राइम ब्रांच के बीच संबंधों की भी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।