महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम में अचानक हुए बदलाव से राजनीतिक दल सकते में हैं। शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एक बार फिर महाराष्ट्र गठन पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण पर तंज कसते हुए उन्होंने ट्वीट कर कहा इसे 'एक्सीडेंटल शपथग्रहण !' राउत को इस ट्वीट के बाद एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि 'ये इश्क़ नहीं आसां इतना ही समझ लीजे , इक आग का दरिया है और डूब के जाना है । जिगर .'।
वहीं, इससे पहले भी संजय राउत ने फडणवीस के शपथ ग्रहण पर तंज करते हुए मराठी में ट्वीट किया था कि यह शपथ समारोह था या अंतिम संस्कार। गौरतलब हो कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
इससे पहले राउत ने आरोप लगाया था कि अजित पवार ने राज्य के लोगों और छत्रपति शिवाजी की पीठ पर वार किया है। संजय राउत ने कहा था कि हमें कुछ ऐसे घटनाक्रमों को लेकर अंदेशा हो रहा था, क्योंकि हमारी इतनी अहम बैठकों के दौरान अजित पवार ने हमारी आंखों में देख कर कभी बात नहीं की थी। यहां तक कि शरद पवार ने भी उनके भतीजे (अजित पवार) द्वारा अक्तूबर के चुनावों से ठीक पहले अचानक विधानसभा सीट छोड़ने पर संदेह व्यक्त किया था।
राउत ने अजित पवार पर शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को धोखा देने और उन्हें अंधकार में रखने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा कि अजित पवार शुक्रवार को बहुत देर तक शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के साथ रहे और सब कुछ सामान्य दिखा।
वहीं, इससे पहले भी संजय राउत ने फडणवीस के शपथ ग्रहण पर तंज करते हुए मराठी में ट्वीट किया था कि यह शपथ समारोह था या अंतिम संस्कार। गौरतलब हो कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
इससे पहले राउत ने आरोप लगाया था कि अजित पवार ने राज्य के लोगों और छत्रपति शिवाजी की पीठ पर वार किया है। संजय राउत ने कहा था कि हमें कुछ ऐसे घटनाक्रमों को लेकर अंदेशा हो रहा था, क्योंकि हमारी इतनी अहम बैठकों के दौरान अजित पवार ने हमारी आंखों में देख कर कभी बात नहीं की थी। यहां तक कि शरद पवार ने भी उनके भतीजे (अजित पवार) द्वारा अक्तूबर के चुनावों से ठीक पहले अचानक विधानसभा सीट छोड़ने पर संदेह व्यक्त किया था।
राउत ने अजित पवार पर शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को धोखा देने और उन्हें अंधकार में रखने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा कि अजित पवार शुक्रवार को बहुत देर तक शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के साथ रहे और सब कुछ सामान्य दिखा।