पुनर्विचार याचिका दायर करना मुस्लिमों के लिए ठीक नहींः शाह
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ले. जनरल (सेवानिवृत्त) जमीरउद्दीन शाह अयोध्या मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करने के पक्ष में नहीं हैं। उनका मानना है कि ऐसा करना मुसलमानों के लिए नुकसानदेह होगा। मस्जिद के लिए दी जा रही जमीन पर स्कूल या अस्पताल बनना चाहिए क्योंकि अयोध्या में मस्जिदें तो बहुत हैं पर नमाजी नहीं हैं।
पिछले महीने लखनऊ में आयोजित इंडियन मुस्लिम फॉर पीस की बैठक में अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए वक्फ बोर्ड की 2.77 एकड़ जमीन हिंदुओं को उपहार में देने की वकालत कर जनरल शाह चर्चा में आए थे। अयोध्या मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर उनका कहना है कि वह इसका सम्मान करते हैं। उनकी राय में अभी इस मामले को दबा देना चाहिए। पुनर्विचार याचिका दायर करेंगे तो हंडिया पकती रहेगी और नुकसान मुसलमानाें को होगा। अभी आग बुझा लें और फैसले को स्वीकार करें।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन अलग से देने का आदेश दिया गया है। कुछ लोग जमीन लेने के पक्ष में नहीं हैैं। जनरल शाह का कहना है कि पांच एकड़ जमीन जरूर लेनी चाहिए। वहां स्कूल या अस्पताल भी बना सकते हैं। अयोध्या में मस्जिदें बहुत है लेकिन नमाजी नहीं हैं। अभी इल्म की मस्जिद बनाने की जरूरत है।