पाकिस्तान से आवक पर कर बढ़ने के बाद पूर्वांचल की सबसे बड़ी किराना मंडी से छुहारा गायब
पूर्वांचल की सबसे बड़ी किराना की गोला दीनानाथ मंडी से छुहारा मानों छूमंतर हो गया है। आलम यह है कि आसपास के जिलों से आने वाले थोक व फुटकर व्यापारियों को बिना छुहारे के मायूस लौटना पड़ रहा है। जिनके पास स्टाक में छुहारा है भी तो उसका दाम 260-300 रुपये प्रति किलो में होने के चलते ग्राहकों से लेकर व्यापारियों तक के गले नहीं उतर रहा। 


मंडी के 200 दुकानों में छुहारा ढूंढा तो चुनिंदा दुकानदारों के पास ही छुहारा मिला वह भी महज पांच से दस किलो। चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया और सोनभद्र मिर्जापुर सहित यूपी-बिहार बॉर्डर के आधा दर्जन जिलों के व्यापारी गोला दीनानाथ मंडी से ही माल खरीदते हैं। माल नहीं आने का मुख्य कारण व्यापारियों ने पुलवामा प्रकरण के बाद से पाकिस्तान से आयात पर बढ़ी 200 फीसद टैक्स को बताया है। प्रकरण से पहले आयात पर सिर्फ 12 परसेंट टैक्स होता था। 

छह ट्रक से अब हो गई छह बोरी


छह माह पूर्व मंडी में छुहारा से लदे पांच से छह ट्रक सप्ताह में एक से दो बार आते थे। एक ट्रक में लगभग 16 टन माल आता है। जब से टैक्स बढ़ा है छुहारा की आवक धीरे-धीरे कम होते-होते अब छह बोरी में सिमट गई है। यह भी छह बोरी माल नई दिल्ली से उन व्यापारियों द्वारा भेजा जा रहा है जो पूर्व में माल स्टाक करके रखे हुए थे। अब उन व्यापारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए है। नई दिल्ली के कुछ व्यापारी ईरान से माल मंगा रहे हैं, लेकिन वह माल अभी बनारस की मंडी में नहीं पहुंच रहा है। हालांकि अफगानिस्तान से अफगानी ढाई इंच वाला छुहारा मार्केट में आने की बात व्यापारी कर रहे हैं। 

सेंधा नमक भी महंगा


पाकिस्तान से आने वाले सेंधा नमक की आवक में भी कमी आई है। यही कारण है कि 12 से 14 रुपये किलो में बिकने वाला सेंधा नमक 40 से 45 रुपये किलो में बिक रहा है। व्यापारियों ने अंदेशा जताया है कि आने वाले दिनों में सेंधा नमक भी ढूंढे नहीं मिलेगा। 

काजू, किसमिस और पनीर फूल में भी कमी


डाईफ्रूट के बारे में भी कहा जाता है कि कुछ माल जैसे काजू, किसमिस भी पाकिस्तान से आता था, वह भी आवक ठप है। सांगली, नासिक से अब किसमिस गोला मंडी में पहुंच रहा है। डायबिटीज कंट्रोल में सहायक पनीर फूल भी पाकिस्तान से आता है। लेकिन इन दिनों वह भी नहीं आ रहा है।