मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले में राष्ट्रीय भाजपा के निशाने पर रहे चुके पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का कहना है कि पार्टी ने उनका कहना मान लिया होता तो मध्य प्रदेश में आज सरकार भाजपा की होती। मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले में 31 लोगों को हुई सजा के बाद पत्रकारों के सवाल में शांता ने कहा कि उन्होंने व्यापमं घोटाले को लेकर एक पत्र राष्ट्रीय भाजपा को लिखा था। जिसे उनके कार्यालय से किसी ने मीडिया में लीक कर दिया था, जिसे लेकर उन्हें पार्टी के कोप का भाजन भी बनना पड़ा था।
यहां तक कि मीडिया में वायरल उनके पत्र से खफा पार्टी के बड़े नेता ने यह कह दिया था कि उन्हें (शांता) मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाला तो दिखता है, लेकिन हिमाचल में कांग्रेस का भ्रष्टाचार नहीं दिखता। इस पर शांता कुमार पार्टी के निशाने पर रहे थे। अभी इस घोटाले में 31 लोगों को सजा के बाद पत्रकारों के सवालों पर शांता ने कहा कि उन्होंने इस बारे पार्टी को आगाह किया था। उनकी बात मानी होती तो आज एमपी में भाजपा की सरकार होती। पार्टी भले ही उनसे खफा हुई थी, लेकिन मैंने जो कहा था आई एम प्राइड ऑफ दैट।