गैस बॉटलिंग प्लांट से बीस मीटर की दूरी पर खड़े ट्रक में लगी भीषण आग, एक जिंदा जला दो झुलसे
यूपी के उन्नाव जिले में दही चौकी के झंझरी स्थित एचपी गैस बाटलिंग प्लांट के बाहर 20 मीटर की दूरी पर पार्किंग में खड़े ट्रक के केबिन में मंगलवार तडक़े संदिग्ध हालात में आग लग गई। आग की लपटों में फंसकर ट्रक में सो रहा दूसरे ट्रक का क्लीनर जिंदा जल गया, जबकि चालक व दूसरे ट्रक का चालक झुलस गया।


आगे का सीसा तोडक़र दोनों चालकाें ने नीचे कूद कर किसी तरह अपनी जान बचाई। पार्किंग में खड़े अन्य ट्रकों के चालकाें ने अग्रिशमन यंत्र से आग पर काबू पाने की कोशिश की पर आग और भड़क उठी। 20 मिनट बाद प्लांट कर्मियों ने पानी की बौछार कर आग को बुझाया।


पुलिस ने क्लीनर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जबकि झुलसे दोनों ट्रकों के चालकों को पास के ही नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया है। बाराबंकी के रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के इब्राहिमाबाद ग्रामीण में राजा एचपी गैस एजेंसी है। इसी गांव का रहने वाला 40 वर्षीय जंगबहादुर एजेंसी का ट्रक चलाता है।
सोमवार सुबह 10 बजे वह गैस एजेंसी से 306 खाली गैस सिलेंडर लेकर लोडिंग के लिए उन्नाव दही चौकी के एचपी बॉटलिंग प्लांट को चला था। दोपहर 2 बजे करीब वह प्लांट पहुंच गया। 14 ट्रकों के बाद उसे नंबर मिला। जिस पर उसने प्लांट से 20 मीटर दूर पार्किंग में ट्रक खड़ा कर दिया। शाम 7 बजे करीब उसने ट्रक में ही खाना पकाया।



इसी दौरान इलाहाबाद के थाना धूमनगंज के ट्रांसपोर्ट नगर निवासी 44 वर्षीय राजेंद्र शर्मा अपना ट्रक गैस लोडिंग के लिए प्लांट के अंदर खड़ा कर अपने क्लीनर बनारस निवासी 19 वर्षीय हर्ष पांडेय के साथ बाहर निकला। दोनों जंगबहादुर के ट्रक पर पहुंचे और साथ खाना खाने के बाद रात 11 बजे सो गए।
जंगबहादुर ट्रक के केबिन की पीछे वाली सीट पर लेटा था, जबकि दूसरे ट्रक का चालक राजेंद्र क्लीनर की सीट व क्लीनर हर्ष चालक जंगबहादुर की सीट पर कंबल ओढक़र सोया था। सुबह 5.30 बजे करीब ट्रक के केबिन में अचानक आग लग गई। जब तक तीनों को इसकी भनक लगती आग की तेज लपटें उठने लगी।
नींद खुलने पर जंगबहादुर और राजेंद्र के होश उड़ गए। जब तक दोनों ने क्लीनर हर्ष को जगाने की कोशिश की तबतक आग ट्रक में रखे बिस्तर में लग गई। जंगबहादुर और राजेंद्र ने ट्रक के आगे का शीशा तोड़ा और ट्रक से कूदकर जान बचाई। इस दौरान दोनों आग की चपेट में आकर झुलस गए।



उनके शोर मचाने पर अन्य ट्रक चालकों ने ट्रक में रखे अग्रिशमन यंत्रों से आग पर काबू पाने की कोशिश की पर आग नहीं बुझी। हडक़ंप और अफरातफरी के बीच प्लांट कर्मियों के साथ पुलिस और दमकल को जानकारी दी गई।
लगभग 20 मिनट बाद प्लांट के कर्मियो ने पानी की पाइप बाहर निकालकर आग बुझा रहे थे तभी दमकल पहुची और आग को बुझाया। पहुंच गई। लेकिन क्लीनर हर्ष आग में जिंदा जल गया। कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र ने झुलसे चालकों को पास के नर्सिंगहोम में भर्ती कराया और क्लीनर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।