गाजीपुर में घूस लेते रंगेहाथ कानूनगो गिरफ्तार

वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को गाजीपुर जिले की कासिमाबाद तहसील परिसर अंतर्गत अपने कार्यालय में एक किसान से भूमि पैमाइश के नाम पर सात हजार रुपये घूस लेते हुए कानूनगो राजेंद्र गुप्ता को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। टीम उसे पकड़कर कोतवाली ले आई और उससे गहन पूछताछ के बाद टीम अपने साथ वाराणसी लेकर चली गई। उधर, कार्रवाई से पूरे तहसील में हड़कंप मच गया है। पकड़े गए नोट में 500 की दस नोट और 2000 की एक नोट शामिल है।


गहमर थाना क्षेत्र के मनियां निवासी राजेंद्र गुप्ता वर्तमान में कासिमाबाद तहसील में कानूनगो के पद पर तैनात है। उनके पास सोनबरसा निवासी किसान जयराम यादव अपनी भूमि की पक्की पैमाइश के लिए लंबे समय से चक्कर लगा रहा था। वह कई बार मिलकर पैमाइश की गुहार करता रहा लेकिन कानूनगो द्वारा बिना घूस दिए काम न होने की बात कह टाल देते थे। अंतत: सात हजार रुपये पर पक्की पैमाइश की बात तय हुई। वह बीते 23 नवंबर को वाराणसी एंटी करप्शन विभाग में पहुंचकर अपना दुखड़ा रोया।
इसके बाद टीम के कहने पर वह घूस देने के लिए तिथि और समय तय कर लिया। वह 4.50 बजे कासिमाबाद तहसील के राजस्व निरीक्षक कार्यालय पहुंचा और कानूनगो राजेंद्र गुप्ता को सात हजार रुपये दिया। तभी आसपास मौजूद एंटी करप्शन टीम के प्रभारी संतोष दीक्षित ने अपनी टीम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और कानूनगो का हाथ पानी से धोते ही नोट में लगा कलर गिरना शुरू हो गया। इसके बाद वहां कुछ ही देर में भीड़ इकट्ठी हो गई।
भीड़ को देख एंटी करप्शन की टीम ने कानूनगो को अपनी गाड़ी में बैठाया और सीधे सदर कोतवाली लेकर चली आई। यहां लिखा-पढ़ी और पूछताछ के बाद कानूनगो को अपने साथ वाराणसी लेकर चली गई। टीम में उप निरीक्षक ओमप्रकाश यादव, मुख्य आरक्षी नरेंद्र सिंह, विजय प्रधान, सुनील यादव आदि मौजूद रहे। तहसील कर्मियों की माने तो कानूनगो राजेंद्र गुप्ता आगामी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले थे।