एक दिन में नौ डिग्री गिरा अधिकतम पारा
मुरादाबाद। तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी को गुरुवार को मौसम में हुए बदलाव ने थाम दिया। सुबह से देर शाम तक हुई रुक-रुक कर बारिश की वजह से मौसम में ठिठुरन बढ़ गई। एक दिन में अधिकतम तापमान में एक साथ नौ डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आसमान में दिनभर काली घटाओं की वजह से अंधेरा छाया हुआ था। वहीं शाम को कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी हल्की बारिश और बादल छाए रहने का अनुमान व्यक्त किया है
नवंबर का आखिरी चरण आने के बावजूद तापमान में गिरावट नहीं हो रही थी। शुक्रवार सुबह से ही मौसम में बदलाव होना शुरू हो गया। आसमान में काली घटाएं छा गईं। सुबह करीब 11 बजे बादलों की गरज के साथ बारिश होना शुरू हो गईं। करीब आधा घंटा तक बरसने के बाद बारिश थम गई। इसके बाद तेज हवाओं के झोंके आने लगे। कभी बादल तो कभी बारिश का दौर शुरू हो गया। इससे मौसम में ठिठुरन बढ़ गई। दोपहर में स्कूल की छुट्टी के समय बारिश शुरू हो जाने की वजह से बच्चे भी भीगते हुए अपने घरों को पहुंचे। शाम चार बजे घने बादलों की वजह से रात जैसा दृश्य हो गया। इसकी वजह से कार्यालयों से घर को लौटते समय लोगों ने अपने वाहनों की लाइटें जलाईं। राजकीय इंटर कालेज स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी निसार अहमद अंसारी ने बताया कि अधिकतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि न्यूनतम तापमान में .5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है और तापमान 15 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बारिश के कारण वातावरण में नमी बनी हुई थी। सुबह की आर्द्रता 84 फीसदी थी, जो शाम को बढ़कर 91 फीसदी हो गई। हवाएं भी पूर्व दिशा से पश्चिम की ओर करीब 30 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलीं। पंत नगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएस कुशवाह ने बताया कि यह पश्चिमी विक्षोभ का असर था। यह पश्चिमी विक्षोभ की यह पहली बारिश है। शुक्रवार को हल्की बारिश होगी। बारिश से नमी बढ़ने की वजह से ठंड में भी बढ़ोतरी होगी। इसके बाद मौसम खुल जाएगा। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी। तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। चार-पांच दिन बारिश की संभावना नहीं है। यह बारिश खेती के लिए लाभकारी है। खेतों में गेहूं की बुवाई करने वाले किसानों को फायदा होगा। सब्जी वाली मटर, सरसों के लिए अब सिंचाई की आवश्यकता नहीं होगी। खेतों में भी नमी हो जाएगी।
बारिश के बाद भी बना रहा प्रदूषण
काली घटाओं से हुई झमाझम बारिश से भले ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन शहर के प्रदूषण में ज्यादा कमी नहीं आई। नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स वेबसाइट के अनुसार सुबह के समय वायु गुणवत्ता सूचकांक 211 था, जो दिनभर की बारिश के बाद शाम सात बजे 180 दर्ज किया गया। वातावरण में पीएम 2.5 की अधिकतम उपलब्धता 336 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर, न्यूनतम 60 और औसत 180 दर्ज की गई। टाइम लाइन पर लाल, नारंगी, पीले रंग के साथ कुछ समय के लिए हरा रंग भी दर्शाया गया था। पीएम 10 की उपलब्धता अधिकतम 269, न्यूनतम 54 और औसत 123 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर रही।