दबंगों ने फिल्म निर्माता को अगवा कर बुरी तरह पीटा, सात घंटे कार में घुमाया फिर फेंककर चले गए
गोमतीनगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में रहने वाले फिल्म निर्माता प्रशांत विजय को कार सवार दबंगों ने मामूली बात पर रविवार रात 11 बजे पहले कार से उतरकर पीटा, फिर अगवा कर लिया। उनको कार में बैठाकर पीटते हुए 1090 चौराहे फिर अंबेडकर उद्यान तक ले गए। वे सात घंटे कार में घूमाते रहे


किसी तरह मिन्नतें कर उन्होंने अपनी जान बचाई। इसके बाद परिचित भाजपा विधायक को सूचना दी। विधायक के गोमतीनगर थाने पहुंचने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद प्रशांत की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया।गोमतीनगर विस्तार के शिप्रा अपार्टमेंट निवासी प्रशांत विजय रविवार देर रात करीब 11 बजे अपने घर जा रहे थे।
गेट के अंदर दाखिल होते ही सामने से आ रही कार से टक्कर हो गई। इसके बाद सामने से आ रही कार में सवार रायबरेली के विक्रम सिंह, उनके दोस्त रुचिकर सिंह, दीपक कुमार ने उनकी पिटाई कर दी। विरोध किया तो तीनों ने उनको अपनी कार में जबरदस्ती बैठा लिया। उनको कार में बंधक बनाकर पीटते हुए 1090 चौराहे तक गए। इसके बाद अंबेडकर उद्यान चौराहे पर पहुंचे। प्रशांत के मिन्नतें करने पर कार सवार दबंग उनको अंबेडकर चौराहे के पास फेंककर चले गए।


थाने में नहीं हुई कार्रवाई तो परिचित विधायक 



पीड़ित प्रशांत विजय के मुताबिक, वह वारदात के बाद थाने पहुंचे। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने में हीलाहवाली करनी शुरू कर दी। उन्होंने अपने परिचित अयोध्या के मिल्कीपुर से भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा को सूचना दी। विधायक के पहुंचने के बाद भी पुलिस टालमटोल करती रही।
इस पर विधायक व उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। देर रात को पुलिस के उच्चाधिकारियों को थाने में तैनात कर्मचारियाें के हरकत के बारे में सूचना दी। इसके बाद पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार दुबे के मुताबिक, पीड़ित की तहरीर पर विक्रम सिंह, रुचिकर सिंह, दीपक कुमार के खिलाफ अगवा करने, पीटने और लूटपाट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।




पुलिस केआपरेशन मिड नाइट पर उठे सवाल


फिल्म निर्माता को कार में डाल 7 किमी तक घूमाते रहे दबंग
दबंग रविवार देर रात फिल्म निर्माता प्रशांत विजय को कार में बंधक बनाकर 7 किमी तक घूमाते रहे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने देर रात में अपराधियों पर अंकुश लगाने के ऑपेरशन मिड नाइट चलाया है, लेकिन अपहरणकर्ताओं को सात किलोमीटर तक के सफर में कही पुलिस टीम ने नहीं रोका। ऐसे में पुलिस केआपरेशन मिड नाइट पर सवाल खड़े हो रहे हैं।