ठप चयन प्रक्रिया व वादाखिलाफी को लेकर छात्रों ने  29 अगस्त को प्रदेशव्यापी आंदोलन का किया ऐलान

प्रयागराज, अशासकीय विद्यालयों में खाली तकरीबन एक लाख पदों पर भर्ती शुरू करने, टीजीटी-पीजीटी 2016 का रिजल्ट घोषित करने व चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के सवाल पर चयन बोर्ड पर चल रहे क्रमिक अनशन के 22 वें दिन छात्रों ने 29 अगस्त को प्रदेशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया है। भीषण बरसात के दरम्यान अनशन स्थल पर हुई आम सभा में चयन बोर्ड अध्यक्ष द्वारा अधियाचन एवं सत्यापित पदो के बारे में जानकारी को सार्वजनिक न करने, 2016 का रिजल्ट व सत्र 2019 का विज्ञापन जारी न करने और शांतिपूर्ण संचालित आंदोलन के प्रति बरती जा रही संवेदनहीनता से युवाओं में बढ़ते जा रहे भारी आक्रोश के मद्देनजर 22 अगस्त को चयन बोर्ड के घेराव का भी ऐलान किया गया है। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने कहा कि खाली पदों पर भर्ती के वादे को पूरा करने के बजाय सरकार ने सोची-समझा रणनीति के तहत चयन प्रक्रिया को ठप करा दिया है। दरअसल सरकार सरकारी विभागों में स्थायी पदों पर भर्ती के बजाय आउटसोर्सिंग, ठेका व मानदेय के तहत भर्ती करने की योजना पर अमल कर रही है। उन्होंने कहा कि रोजगार व खाली पदों पर भर्ती के सवाल पर छात्रों के आंदोलन का समर्थन करने वाले सभी छात्र-युवा संगठनों व छात्र नेताओं को इससे जोड़ा जायेगा। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि जिस तरह से चयन बोर्ड एवं सरकार ने अशासकीय विद्याालयों में खाली पदों पर भर्ती के लिए टालमटोल किया जा रहा है, उसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 22 अगस्त के चयन बोर्ड के घेराव तक अध्यक्ष ने वार्ता तक खाली पदों पर भर्ती शुरू करने, रिजल्ट घोषित करने, चयनित अभ्यर्थियों का कालेज आवंटन आदि मांगों का निराकरण कराने के लिए लिखित आश्वासन नहीं दिया तो 29 अगस्त को प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत इलाहाबाद में चयन बोर्ड से वादाखिलाफी के विरोध में मार्च होगा और कलेक्ट्रेट का घेराव होगा और शाासन-प्रशासन द्वारा संतोषजनक आश्वासन न मिलने पर घेराव को अनिश्चितकालीन में बदलने के लिए छात्रों ने कोर कमेटी को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। प्रतियोगी मंच के कोर कमेटी अध्यक्ष पवन गुप्ता व सुनील यादव ने कहा कि चयन बोर्ड प्रतियोगियों के धैर्य की परीक्षा न ले। कहा कि भर्तियों पर लगी रोक से निराशा-हताशा में युवा अवसादग्रस्त हो रहे हैं और अगर उनका गुस्सा फूटा तो पैदा होने वाले हालात के लिए चयन बोर्ड जिम्मेदार होगा। कहा कि 7 अगस्त तक अधियाचन के लिए समय निर्धारित किया गया था लेकिन लगभग दो सप्ताह बीत जाने के बाद अभी तक अधियाचन और सत्यापित पदो ंके बारे जानकारी को छिपाना कहीं न कहीं कुछ गोलमाल जरूर है। कहा कि अभी तक 2011 व 13 के विज्ञापनों की भर्तियों को भी पूरा नहीं किया जा सका है और तकरीबन 3 हजार चयनित अभ्यर्थी कालेज आवंटन के लिए दर दर भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि पीजीटी-टीजीटी की समस्त कोचिंग संचालको से 22 व 29 अगस्त को संस्थान को बंद रखने का अनुरोध किया जायेगा। आंदोलन की अगुवाई कर रहे वरिष्ठ प्रतियोगी विनय सिंह व रमेश रंजन ने कहा कि चयन बोर्ड इस मुगालते में न रहे कि वार्ता न करने से छात्र निराश होकर आंदोलन बंद कर देंगे, आंदोलन के प्रति बरती जा रही संवेदनहीनता और अड़ियल रवैया मंहगा साबित होगा।  बैठक में सोशल मीडिया प्लेटफार्म का व्यापक इस्तेमाल करने, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व राज्यपाल को ट्विट के माध्यम से इन मांगों व आंदोलन के संदर्भ में जानकारी व अपना विरोध दर्ज कराने की अपील की गई है। इसके अलावा डेलीगेसियों में बैठके, लाज मीटिंग व नुक्कड़ सभायें व पर्चा वितरण कर आंदोलन में शामिल होने की अपील युवाओं से की जायेगी। बैठक व प्रदर्शन में युवा मंच के राजेश सचान व अनिल सिंह, प्रतियोगी मंच के पवन गुप्ता, सुनील यादव, एलके चैधरी, विनय सिंह, रमेश रंजन, सुरेश कुमार बिंद, प्रदीप कुमार, ओम प्रकाश, मनोज यादव, शिवानंद राय, प्रदीप पाठक, गिरीष कुमार, वेंकट रमण शुक्ला, महेश कुमार, मनराज सहित सैकड़ों छात्र शामिल रहे।