स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षकों के लिए युवा मंच ने राज्यपाल को लिखा पत्र

 प्रयागराज, स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षकों का राज्य विवि में 9 अगस्त और छात्रों का चयन बोर्ड पर 29 जुलाई से जारी धरनाप्रदर्शन पर योगी सरकार द्वारा संज्ञान में न लेने पर युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने राज्य पाल को पत्र लिखकर हस्तक्षेप कर राज्य सरकार को यथोचित कार्यवाही हेतु अपील की है। उन्होंने कहा कि स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में आय का 80 फीसद शिक्षकों पर खर्च करने के शासनादेश का अनुपालन न करने सहित शिक्षकों की तमाम कानूनी मांगों के निराकरण कराने की अपील की गई है। दरअसल इन महाविद्यालयों में नियम कानून को ताक पर रखा जाता है जिससे यहां पठन पाठन का कोई माहौल ही नहीं है, यहां न्यूनतम बुनियादी सुविधाओं का भी घोर अभाव है और जो शिक्षक नियुक्त हैं उनमें ज्यादातर को 10 हजार से भी कम वेतन दिया जा रहा है। कहा कि अशासकीय कालेजों में खाली पदों भर्ती की मांग को छात्र लम्बे अरसे से कर रहे हैं लेकिन सरकार वादखिलाफी कर रही है। प्रदेश की भर्तियों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। नकल माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही के बजाय उन्हें और इसमें लिप्त अधिकारियों को बचाया जा रहा है। राज्यपाल से मांग की गई है कि राज्य सरकार को निर्देशित कर युवाओं की न्यायोचित मागों का निराकरण कराने का कष्ट करें। चयन बोर्ड पर आज 21 वें दिन भी युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह की अगुवाई में जारी रहा। उन्होंने कहा कि अब छात्रों का धैर्य जवाब दे रहा है, अब आर-पार की जंग की रणनीति बनाने के लिए कल 12 बजे चयन बोर्ड पर महत्त्वपूर्ण बैठक होगी।आज अनशन में पंकज पाण्डेय, उमाशंकर सिंह, विनय सिंह, रमेश रंजन, राकेश कुमार सिंह, मुकेश, हरेन्द्र कुमार आदि शामिल रहे।