संयुक्त संघर्ष समिति का निर्माण कर छात्रों ने किया आंदोलन का विस्तार

छात्र संघ की एक आपातकाल बैठक हुई जिसमें संयुक्त संघर्ष समिति का निर्माण किया गया, उसमें आंदोलन के स्वरूप को विस्तारित करते हुए 7 सूत्रीय मांग तय की गई।


1. छात्रसंघ बहाल करो ।
2.समस्त निलंबित निष्कासित शासन पदाधिकारियों छात्र नेताओं व छात्रों का निलंबन व निष्कासन तत्काल वापस ले।


3.छात्रावास शुल्क में की गई बेतहाशा फीस वृद्धि समाप्त किया जाए।


4. छात्रावास मेश में भोजन की गुणवत्ता में वृद्धि किया जाए अथवा मेश में भोजन की अनिवार्यता समाप्त किया जाए।


5.विश्वविद्यालय के शत प्रतिशत छात्रों को छात्रावास उपलब्ध कराया जाए अथवा डेलीगेसी भत्ते की व्यवस्था किया जाए।


6.विश्वविद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के अध्ययनरत छात्रों को समस्त कोचिंग संस्थानों में निशुल्क शिक्षण व्यवस्था किया जाए।


7.इलाहाबाद में स्थित समस्त चिकित्सालयों में निशुल्क चिकित्सा परामर्श की व्यवस्था किया जाए।
अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 20 वां दिन भी जारी रहा।
सभी प्रदर्शनकारियों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया व छात्रसंघ बहाली की मांग की।
पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव व पूर्व उपाध्यक्ष आदिल हमजा साहिल ने कहा कि जब तक छात्रसंघ बहाल नहीं हो जाता हमारा विरोध निरंतर जारी रहेगा और सड़क से संसद तक लड़ने का कार्य किया जाएगा।


अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सत्येंद्र सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूर्ण रूप से छात्रसंघ बहाली के लिए प्रयासरत है और राज्य सरकार और केंद्र सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का कार्य कर रही है ताकि जल्द से जल्द छात्रसंघ बहाली हो सके।


इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव उपाध्यक्ष अखिलेश यादव छात्र नेता अखिलेश गुप्ता गुड्डू ,अजीत विद्यायक,राहुल क्रांति, प्रशांत समाजसेवी ,अरविंद सरोज,आनंद सेंगर, अजय सम्राट, अंकित प्रतिहार ,सत्यम कुशवाहा ,धीरन आदि मौजूद रहे।