सैफई मेडिकल कॉलेज रैगिंग प्रकरण: डीएम की जांच के बाद सामने आया सच, सीएम ने कुलपति को किया तलब

इटावा डीएम की रिपोर्ट पर सैफई मिनी पीजीआई के कुलाधिपति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुलपति राजकुमार को नोटिस जारी कर तलब किया। दो दिन तक रैगिंग की बात को सिरे से नकार देने के बाद अचानक गुरुवार रात आठ बजे के बाद सैफई विवि की एंटी रैगिंग टीम ने सात छात्रों को दोषी करार दिया। रिपोर्ट लिफाफे में बंद है।



शनिवार को रिपोर्ट लेकर कुलपति मुख्यमंत्री के पास लखनऊ जाएंगे। उन्हें शुक्रवार को बुलाया गया था लेकिन कुलपति किसी कारण से नहीं गए। सैफई मिनी पीजीआई कैंपस में रैगिंग को दो दिन तक नकारने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गुरुवार शाम को सच्चाई कबूल की

कुलपति ने छात्रों के सिर मुंडवाने को मुंडन संस्कार का उजाला



एंटी रैगिंग कमेटी की गुरुवार देर शाम कुलपति प्रो. राजकुमार को मिली रिपोर्ट में वर्ष 2018 बैच के सात छात्रों को दोषी माना है। कमेटी ने दोषी छात्रों पर 25 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाने व एक माह तक छात्रावास और कक्षाओं से प्रतिबंधित करने की सिफारिश की है।
इन छात्रों पर जल्द एफआइआर की तैयारी है। यूनिवर्सिटी कैंपस में जूनियर छात्रों से रैगिंग की बात को झुठलाते हुए कुलपति ने मुंडन संस्कार करार दिया था। साथ ही यह भी कहा था कि ये छात्रों ने अपनी मर्जी से किया है लेकिन सच्चाई तब कबूली गई, जब डीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट में विश्वविद्यालय को दोषी मानते हुए रैगिंग होने संबंधी रिपोर्ट चिकित्सा विभाग के प्रमुख सचिव को भेज दी।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने भी यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा है। पूछा है, क्यों न यूनिवर्सिटी पर 1.50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाते हुए दोषी छात्रों को एक माह के लिए निलंबित कर दिया जाए।