मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का आज अयोध्या भ्रमण

अयोध्या उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मा0 मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ जी का आज श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के प्रसिद्ध संत श्री रामचन्द्र परमहंस जी के 16वें पुण्यतिथि पर अयोध्या के दिगम्बर अखाड़े में उनका आगमन हुआ। उस अवसर पर श्री मुख्यमंत्री जी द्वारा पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन स्कीम के रामायण सर्किट के श्री महंत परमहंस रामचन्द्र दास के स्मृति में निर्मित बहुउद्देश्य हाॅल का लोकार्पण किया गया। यह हाल 2.75 करोड़ से 03 तल का बना हुआ है, जिसमें भूतल, प्रथम तल, द्वितीय तल बना हुआ है। मंहत जी के 16वें पुण्यतिथि कार्यक्रम का शुभारम्भ उनके चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित करते हुये दिगम्बर अखाड़े में दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर अयोध्या के प्रसिद्ध लगभग सभी दिग्गज संत उपस्थित थे। जिसमें राम मंदिर न्यास के संत सहित भारत सरकार के पूर्व गृह राज्यमंत्री  स्वामी चिन्मयानन्द आदि प्रमुख है। उक्त अवसर पर  मुख्यमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि अपने 54 साल के संत जीवन के प्रत्येक क्षण को श्रीराम के चरणों में अर्पित करने वाले पुज्य संत  परमहंस जी के चरणों में प्रमाण करता हू्रँ तथा विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। परमहंस जी ऐसे अद्वितीय संत थे जिनकी धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक अद्वितीय यात्रा थी। जब रामजन्म भूमि मुक्ति आन्दोलन शुरू हुआ जिसमें विश्व हिन्दू परिषद गोरखपुर के पीठ, पूरे अयोध्या के ही नहीं देश के संतो के आम सहमति से आम जनभावना से आन्दोलन शुरू हुआ। उस समय से मंहत जी अपने जीवन को अपने प्रत्येक श्वास को इस भगवान राम के चरणों एवं इस आन्दोलन के लिये समर्पित कर दिया। मंहत परमहंस दास जी 1949 से 2003 तक रामलला के आन्दोलन के लिए समर्पित रहे, आज उनके स्मृति में इस निर्मित बहुद्देश्य हाल का आपके लोगो के उपस्थिति में लोकार्पण कर मैं इस पर गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ। इस आन्दोलन ने अनेक महापुरूषों ने अपना योगदान दिया जिसमें स्व0 अशोक सिंघल जी जो सभी संतो को जोड़ने में कामयाब रहे तथा हमारे गोरखपुर पीठ के दादा गुरू मंहत दिग्विजय नाथ जी इस राम जन्मभूमि के प्रति जागृति कराने में 1934 से सक्रिय रहे। हमारे गुरू मंहत अवैद्यनाथ जी का जन्मभूमि व दिगम्बर अखाड़ा के मंहत परमहंस दास जी से गहरा सम्बन्ध था तथा रामजन्म मुक्ति आन्दोलन के अग्र संतो में एक थे जो आज आप सभी उपस्थित संत समाज इसको जानता है, हमारे पूज्य संतो ने धैर्य के साथ इस आन्दोलन को चलाया जिस प्रकार भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम राम ने अपना जीवन धैर्यता के साथ मर्यादा के साथ व्यतीत किया वो आज हमारे ही नहीं विश्व के प्रेरणास्रोत है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रामजन्म भूमि के मामले को निपटाने के लिए 03 सदस्यीय मध्यस्तता कमेटी बनाई गई थी जो अब निष्फल हो चुकी है तथा मा0 इलालाबाद उच्च न्यायालय के दिनांक 30.09.2010 के आदेश पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिनांक 06.08.2019 से प्रत्येक दिन सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है यह स्वागत योग्य पहल है यह भी प्रभु राम के कृपा से ही सम्भव है। भगवान श्रीराम तथा अयोध्या के आदि पुरूष मनु महाराज एवं इक्ष्वाकू वंश की परम्परा एवं अन्य पहलूओं के पुरातत्व सांस्कृति एक म्युजियम जो आधुनिक तकनीकी से सुसज्जित होगा, बनाने का शासन में प्रस्ताव पर विचार हो रहा है इसको मूल रूप देने के लिए काम किया जायेगा।  अयोध्या की परम्परा सैकड़ो नहीं हजारो वर्षो की है यदि किसी विश्व की सभ्यता संस्कृति को जानना होगा तो अयोध्या की त्रेतायुग की संस्कृति को मुख्य रूप देना है तो हमें अयोध्या की ओर लौटना होगा हमारा और केन्द्र सरकार का स्पष्टमत है कि अयोध्या के गौरव को आप सभी संतो के सहयोग से आर्शीवाद से स्थापित करें। हमारी पिछली दीपोत्सव में शुरू की गई प्रक्रिया एवं विकास से अयोध्या का नाम विश्वपटल पर आ गया है। अब यहां करोड़ो रू0 के सड़को के, घाटो के निर्माण हो रहे है वहीं पर साफ-सफाई भी बेहतर हुई है तथा लोगो का आवागमन बढ़ा है तथा स्थानीय लोगो को इस विस्तार होने से और रोजगार मिलेगा तथा हम सांस्कृतिक रूप से ऐसा स्वरूप बनायंेगे कि लोगो की त्रेतायुग की सभी प्रकार अनुभूति होगी यदि नियत साफ हो तो कोई भी कार्य असम्भव नहीं है और व्यक्ति को हमेशा सार्थक कार्य ही अमरता प्रदान करता है मैं आज वैसे संत परम्परा के सम्वाहक  परमहंस जी को प्रणाम करता हूँ तथा अयोध्या के विकास में सभी से सक्रिय सहयोग की अपील करता हूँ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी का स्वागत दिगम्बर अखाड़े के प्रमुख  सुरेश दास जी महाराज द्वारा किया गया तथा श्री दास ने कहा कि योगी मुख्यमंत्री के रूप में एवं पीढाधीश्वर के रूप में हमेशा ही मंहत जी के बहुत करीब रहे है आज उन्होनें इसके लिए जो समय दिया है उसके प्रति हम कृतज्ञ है। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिनमया चन्द ने अपने सम्बोधन में कहा कि परमहंस जी से सम्बन्ध हमारा 40 साल पुराना है आज हम अतीत मे खो गये है वैसा हमने विरलय संत देखा है जिसके मन में भगवान राम एवं अयोध्या रचि बसी हो तथा उनका प्रत्येक क्षण भगवान राम के मंदिर बनाने के लिए समर्पित रहा है आज सच्ची श्रद्धांजलि होगी हम आज उनके पूण्य तिथि पर सौगंध लेते है तथा सन्देश देते है कि योगी एवं मोदी जी इस वर्ष में मंदिर के सपने को पूरा करेंगे तथ अयोध्या की वैभव को पुनः स्थापित करने में अपने पीठ परम्परा को और आगे बढ़ायेगें। इस अवसर पर मणिराम छावनी एवं श्री नृत्य गोपालदास जी महाराज के उत्तराधिकारी  कमलनयन दास जी ने कहा कि परमहंस जी एवं हमारे गुरूदेव पूर्ण रूप से अन्य संतो के साथ रामजन्म भूमि आन्दोलन के लिये संकल्पित थे तथा मुझे विश्वास है कि शीघ्र ही यह कार्य सफल होगा। इस अवसर पर जगत गुरू वासुदेवाचार्य, कन्हैयादास जी महाराज, जनमेजय जी महाराज आदि ने अपने विचार व्यक्ति किये तथा इस अवसर पर संत सामुदाय में सर्व श्री अवधेशदास जी महाराज, रामानन्द जी महाराज, रागवादास जी महाराज, भरतदास जी महाराज, धर्मदास जी महाराज, मनमोहन दास जी महाराज, शिवशंकरदास जी महाराज, जमुनादास जी महाराज, जयबक्श दास जी महाराज, अजुदास जी महाराज आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध संत  रामानन्द दास जी ने किया तथा आभार दिगम्बर पीठाधीश्वर सुरेश दास जी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायकगण  वेदप्रकाश गुप्ता, खब्बू तिवारी, विधायिका श्रीमती शोभा सिंह चैहान, विधायक गोरखनाथ बाबा, रामचन्द्र यादव, सांसद प्रतिनिधि एवं जिला अध्यक्ष श्री अवधेश पाण्डेय उर्फ बादल एवं जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य व्यक्ति, पत्रकार, बुद्धजीवी संत आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री जी ने अयोध्या के दीपोत्सव के सफल कार्यक्रम तथा कुम्भ की उत्कृष्ठ व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि सरकार की इस दोनो आयोजनों को हमेशा याद किया जायेगा और इसके लिए देश एवं विदेश से लोगो ने सराहना की है।
मुख्यमंत्री जी इस कार्यक्रम के पूर्व भगवान राम की 251 फिट ऊंची स्थापित होने वाली प्रतिमा स्थल मीरापुर द्वाबा का निरीक्षण किया तथा मौके पर सम्बन्धित कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गये तथा कार्यक्रम के बाद गुप्तारघाट के पास स्थिति ग्राममांझा जमथरा में चल रहे सरयू नदी के तट पर घाट के निर्माण कार्यो को देखा तथा कार्याे को समय के साथ गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिये गये। सभी कार्यक्रमों में अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना  अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन जितेन्द्र कुमार सहित मण्डलायुक्त मनोज मिश्र, आई0जी0 संजीव गुप्ता, जिलाधिकारी  अनुज कुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  आशीष तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनन्द सहित अनेक मण्डलीय, जनपदीय अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।