महिला शिक्षक भी रहती हैं गायब, शिकायत पर दे रहीं फंसा देने की धमकी

बाराबंकी। जिले के शिक्षा क्षेत्र हरख अंतर्गत संचालित प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर और गोठिया में अध्यापन कार्य दौरान महिला शिक्षकों के गायब रहने पर एबीएसए से शिकायत करना पत्रकार को अब भारी पड़ रहा हैं। महिला शिक्षिकाओं ने फोन पर पत्रकार को अंजाम भुगतने की धमकी दी हैं। उधर एबीएसए से बात करने पर बताया कि इस मामले में शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा गया हैं। 
         जानकारी के मुताबिक गत 18 अगस्त 2019 को प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर और गोठिया के रास्ते से होकर निकले पत्रकार ने देखा कि दोनों विद्यालयों से दो महिला शिक्षिकाएं नदारद हैं। महिला शिक्षिकाओं की स्कूल से गायब रहने की शिकायत करते हुए एबीएसए को फोन पर इस बाबत एबीएसए से जानकारी कर पता करना चाहा कि शिक्षिकाएं छुट्टी पर गईं या किसी अन्य विभागीय कार्य से तो एबीएसए को भी इस संबंध में जानकारी नहीं थी और उन्होंने पता करने की बात बताई। लेकिन एबीएसए द्वारा दोषी अध्यापिकाओं से पूछताछ पत्रकार के लिए आफत साबित हुई क्यूंकि उसके से बाद पत्रकार के फोन पर महिला शिक्षिकाओं द्वारा कोई कार्रवाई होने पर छुठे इल्जाम में फंसा देने व अंजाम  भुगतने की धमकी दी गई। 
          सूत्र बताते हैं कि सरकारी विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाए पहले से अवकाश का प्रार्थना पत्र लिखे रखते हैं और अपने निजी कार्य से शिक्षण कार्य के दौरान गैर हाजिर हो जाते हैं। जब कोई संबंध में शिकायत या जांच होता हैं, तो पहले से लिखे रखें अवकाश प्रार्थना पत्र पर उस दिन की तारीख डालकर सीएल लेने की बात कह कर कार्यवाई से अपने आपको बचा लेते हैं। इस अवैध कृत्य में शिक्षक एक दूसरे का भरपूर सहयोग करते हैं। क्योंकि आज उनकी जरूरत हैं तो कल दूसरे की। उच्च अधिकारी भी इस तरह की शिकायतों पर गंभीरता से विचार नहीं करते हैं। परिणाम उत्तर प्रदेश की प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा दिनोंदिन चैपट होती जा रही हैं।