क्रमिक अंशन जारी तथा 29 अगस्त को आर-पार जंग की तैयारी

 


29अगस्त को आर पार की जंग के लिए किया गया जन संपर्क व पैदल मार्च
प्रयागराज , माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर लगातार 28 मई दिन क्रमिक अनशन जारी रहा 2016 की रिवाइज उत्तर कुंजी व 2019 के एक लाख से अधिक खाली पदों के विज्ञापन को जारी करने को लेकर अडे प्रतियोगी छात्र युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह का  कहाना है कि चयन बोर्ड व प्रबंधकों की  मिलीभगत से लगातार पीछे के दरवाजे से तदर्थ शिक्षक रखे जा रहे हैं   उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर 2000 से अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रबन्धतंत्र द्वारा तदर्थ शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जा सकती है। चयन बोर्ड अब तक 9 बार विज्ञापन प्रकाशित करके शिक्षक भेज चुका है। 
प्रबंधकों ने अधियाचन छिपाकर अपने रिश्तेदारों और करीबियों की रिश्वत लेकर तदर्थ नियुक्ति कर ली है और प्रतियोगी छात्र छात्रा योग्य होकर भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। 
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति डॉ चंद्रचूड़ ने तदर्थ नियुक्तियों को रद्द कर दिया था और कहा था कि मात्र चयन बोर्ड ही शिक्षक भर्ती कर सकता है। 
तदर्थ शिक्षकों ने सर्वोच्च न्यायालय से डॉ चंद्रचूड़ के आदेश पर स्थगन पा लिया था। इस स्थिति में भी चयन बोर्ड तदर्थ शिक्षकों के पद पर शिक्षक भेज सकता है परंतु तदर्थ शिक्षकों की रिक्ति का अधियाचन चयन बोर्ड को नहीं भेजा जा रहा है। 
तदर्थ शिक्षकों की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय में अंतिम सुनवाई होने वाली है। डॉ चंद्रचूड़ का आदेश बहाल होते ही योग्य प्रतियोगी छात्र  छात्राओं का भविष्य उज्ज्वल हो जाएगा। क्योंकि तदर्थ नियुक्ति रद्द होने के बाद प्रबन्ध तंत्र अधियाचन भेजने के लिए बाध्य हो जाएगा और चयन बोर्ड हजारों पदों पर विज्ञापन प्रकाशित करेगा। इस तरह डॉ चंद्रचूड़ के फैसले की अस्मिता सर्वोच्च न्यायालय में दांव पर लगी है क्योंकि तदर्थ शिक्षक हरीश साल्वे को खड़ा करके डॉ चंद्रचूड़ के तदर्थ शिक्षक को बाहर करने के फैसले को रद्द कराना चाहते हैं। इसके लिए पांच हजार से लेकर पच्चीस हजार रुपए प्रति तदर्थ शिक्षक चंदा दे रहे हैं। दूसरी तरफ प्रतियोगी छात्र सरकार के भरोसे बैठा हुआ है। जबकि प्रतियोगी छात्र को भी सर्वोच्च न्यायालय में पैरवी करनी चाहिए। युवा मंच अपने सीमित संसाधन में संघर्षरत है आज क्रमिक अंशन में विनय सिंह, अखिलेश पाण्डेय ,मनीष कुमार, जे पी यादव ,रमेश गौतम ,दिनेश कुमार ,ज्ञान प्रसाद  सरोज  आदि कई छात्र उपस्थित रहे।