अब सप्ताह में तीन दिन ओपीडी में बैठेंगे सीएमओ व अन्य चिकित्सा अधिकारी  कितने मरीज देखे, यह डाटा देना होगा 


मेरठ,  मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बैठकर प्रशासनिक कार्य करने वाले चिकित्साधिकारियों को अब ओपीडी में बैठकर मरीजों को देखना होगा। इतना ही नहीं हर माह कितने मरीजों को देखा यह रिपोर्ट भी शासन को भेजनी होगी। सरकार ने अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी और मरीजों के दबाव को देखते हुए यह फैसला किया है। सीएमओ स्वयं ओपीडी में मरीजों को देखेंगे। जनपद में इस पर तत्काल अमल आरंभ हो गया है। 
शासन से आदेश मिलने के बाद सीएमओ डा. राजकुमार ने सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात चिकित्सा अधिकारियों को सप्ताह में तीन दिन ओपीडी में बैठ कर मरीजों को देखने के निर्देश दिये हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने सभी सीएमओ व चिकित्सा अधीक्षकों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि प्रशासनिक कार्यों से जुड़े सीएमओ, एसीएमओ, चिकित्सा अधीक्षक सप्ताह में तीन दिन किसी अस्पताल में दो घंटे  ओपीडी में बैठकर मरीजों को देखेंगे ओैर अस्पताल संबधी अन्य चिकित्सीय कार्य भी देखेंगे। इसके अतिरिक्त क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद पूरी रिपोर्ट भी बनाएंगे। महीने में कितने मरीजों को देखा व किस किस तारीख को भ्रमण किया, इसका पूरा ब्योरा बना कर महीने के अंत में शासन को भेजेंगे।  सीएमओ ने बताया शासन से आये आदेश पर अमल शुरू कर दिया गया है। इसके लिये बकायदा सभी को पत्र के माध्यम से बता दिया गया है। 
दरअसल जिला अस्पताल, व मेडिकल कालेज अस्पताल समेत सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों का सुबह से आना आरंभ हो जाता है। जिला अस्पताल में ओपीडी में रोजाना 600 से 700 मरीज पहुंचते हैं। चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को आपीडी में दिखाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ओपीडी में काफी ऐसे मरीज होते हैं जिनका उपचार तत्काल आवश्यक होता है। अब शासन के आदेश पर इन अधिकारियों के सप्ताह में तीन दिन बैठने से वहां के अधिकारी कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी के प्रति सजग रहेंगे।