सुधार की कवायद में बीएसए ने किए 11 खंड शिक्षा अधिकारी इधर से उधर

बाराबंकी। इमानदार बीएसए बीपी सिंह के जनपद में आगमन के बाद से परिषदीय बेसिक शिक्षा विभाग में आए भूचाल में जहां भ्रष्टाचार के कई गंभीर मामलों का जिन्न जहां बाहर निकल कर अर्से से भ्रष्टाचार के प्रयाय बने कर्मचारियों गुरूघुंटालों के लिए सरदर्द साबित हुआ और कईयों को जेल तक की हवा खानी पड़ी। वहीं समय से विद्यालय पहुंचना मुकम्मल कराने का बीएसए का प्रयास उस समय रंग लाया जब तेज तर्रार आईएएस सीडीओ मेघा रूपम ने जनपद में चार्ज लेकर अन्य विभागों के साथ शिक्षा विभाग को भी निशाने में लिया। लेकिन जहां उनके ही विकास विभाग में उनकी कयाबद पूर्व के तत्कालीन डीएम के चक्कर में दम ताड़ गई वहीं बेअंदाल सचिवों व बीडीओ के रवैए ने सेल्फी के आदेश को जहां दरकिनार कर एक भी दिन सेल्फी नहीं भेजी वहीं बीएसए बीपी सिंह की सख्तीं व बेहतर प्रशासन का तजुर्बा ही था कि तमाम नानुकुर के बावजूद शिक्षको ने सेल्फी को लेकर विभागीय डिसिपलिन नहीं टूटने दिया। अब विभाग को सुधारने की दूसरी कवादत के तौर पर बीएसए ने अर्से से खण्ड विकास मे जमे एबीएसए, बीइओ को इधर से उधर कर अनुशासन और सख्त करते हुए शिक्षा का स्तर सुधारने का एक प्रयास और किया है। जिसपर असर आने वाले समय में जिला प्रशासन के रवैए पर भी बहुत कुछ निर्भर करेगा।
बीएसए द्वारा नामांकन वृद्धि न करने, समय से सूचना न देने व शैक्षिक सुचिता मे परदर्शिता के लिए एडी बेसिक रवींद्र सिंह द्वितीय के अनुमोदन उपरांत आदेश जारी करके अखिलेश कुमार को बंकी से निंदूरा भेजा गया तो वही संजय कुमार शुक्ल को निन्दूरा से त्रिवेदीगंज का जिम्मा सौंपा। मनमोहन सिंह को त्रिवेदीगंज से पूरे डलई, नवाब वर्मा को पूरेडलई से हैदरगढ़, राम कुमार द्विवेदी  को हैदरगढ़ से रामनगर, राजेंद्र सिंह को रामनगर से सूरतगंज तो वही उदय मणि पटेल को सूरज गंज से मसौली का जिम्मा सौंपा गया। आलोक कुमार सिंह मसौली से देवा गए। रुद्र प्रताप यादव देवा से बंकी भेजे गए। शालिनी गुप्ता को सिरौलीगौसपुर से दरियाबाद भेजा गया। तो वही मुकेश कुमार को दरियाबाद से सिरौलीगौसपुर भेजा गया। आदेश जारी करते हुए बीएसए ने शिक्षको के समायोजन होने के बाद कार्यमुक्त करने के बाद कार्यभार ग्रहण करने का आदेश जारी किया।