बाराबंकी। प्रदेश सरकार की पहल पर विश्व की सुरक्षित विद्या पद्धतियों में शुमार होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का लाभ कारागार में बंद बंदी भी आसानी से प्राप्त कर पाएंगे। होम्योपैथी पद्धति अंतर्गत तमाम लाइलाज बीमारियों का भी इलाज, आयुर्वेद की भांति ही सुलभ एवं आसान है। मंगलवार को जिला कारागार मे जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डाॅ ए.एन सिंह, ने कारागार मे निरूद्ध बन्दियो के उपचार के लिए स्थापित जिला कारागार होम्योपैथिक चिकित्सालय का उद्घाटन फीता काटकर तमाम अधिकारियों की मौजूदगी में किया।
मंगलवार को जिला कारागार में होम्योपैथिक चिकित्सालय के उद्घाटन के दौरान जिला चिकित्साधिकारी ने होम्योपैथी चिकित्सा के बारे में उपस्थित तमाम लोगो को जानकारी दी। वहीं वहां पर नियुक्त चिकित्साधिकारी डाॅ आशीष वर्मा एवं नरेन्द्र कुमार फार्मासिस्ट को चिकित्सालय में बंदियों के इलाज की जिम्मेदारी सौंपते हुए जिम्मेदारी का वहन पूरी सार्थकता के साथ करने का निर्देश दिया। तैनात चिकित्साधिकारी माह के प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को कारागार मे निरूद्ध बन्दियो को होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगे। उद्घाटन दौरान डाॅक्टर ने ओपीडी के माध्यम से 103 पुरूष एवं 23 महिला बन्दियो को देखकर उन्हे दवा उपलब्ध करायी।
जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी पे होम्योपैथिक चिकित्सालय से कारागार को भविष्य मे भी दवाये उपलब्ध कराये जाने का आश्वासन दिया। वहीं जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने कारागार मे निरूद्ध बन्दियो को कारागार मे होम्योपैथिक चिकित्सा उपलब्ध कराये जाने के लिए होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी को धन्यवाद दिया गया।
इस मौके पर पत्रकार बन्धु एवं जेलर संतोष कुमार, उपजेलर आशुतोष मिश्रा, श्रीमती आशा पाण्डेय, फार्मासिस्ट जीतेन्द्र नाथ त्रिपाठी, केसरी नन्दन व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहेे।
जिला कारागार में होम्योपैथी चिकित्सालय का हुआ शुभारम्भ