बेगुनाहों को फर्जी मुकदमे में फंसा रही है पुलिस- विधायक अब्दुल्ला आजम

सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा है कि रामपुर पुलिस बेगुनाह लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीओ आलेहसन के बेटे को वसीम पुलिस ने गुरुवार की रात ही उठा लिया था। शुक्रवार की दोपहर जब वसीम की मां ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उसके बेटे कोई पता नहीं चल रहा है तो पुलिस ने उसके खिलाफ रिवाल्वर तानने और पुलिस के कामकाज में बाधा डालने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली। विधायक ने कहा कि उनके पास पूरी फुटेज मौजूद है, ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। शुक्रवार को वसीम पुलिस की हिरासत में था। फुटेज को प्रमाण के तौर पर अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। सपा कार्यालय पर रविवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अब्दुल्ला ने कहा कि गुरुवार की रात पुलिस पूर्व सीओ आलेहसन को गिरफ्तार करने उनके आवास पर पहुंची थी। वैसे यह पुलिस की कार्रवाई ही गलत थी, क्योंकि जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है उसमें पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। अब्दुल्ला ने कहा कि 20 से 25 गाड़ियों में भरकर पुलिस जौहर यूनिवर्सिटी के परिसर में स्थित आलेहसन के आवास पर पहुंची थी। आलेहसन उस वक्त मौजूद नहीं थी। आलेहसन के पुत्र वसीम और उसकी मां सबीना हसन ने पुलिस की चेकिंग में पूरा सहयोग किया। एक-एक कमरा खोलकर दिखाया। उन्होंने इसके वीडियो फुटेज भी दिखाए। अब्दुल्ला ने कहा कि पुलिस वसीम को उसकी ही गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई और थोड़ी दूर ले जाकर उसे अपनी गाड़ी में बैठा लिया। वसीम को गुरुवार की रात ही पुलिस ले गई थी, इसके फुटेज भी मौजूद हैं।  विधायक ने कहा कि वसीम के खिलाफ शुक्रवार की दोपहर पुलिस पर रिवाल्वर तानने और कामकाज में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। यह मुकदमा पूरी तरह से फर्जी है। पुलिस की इस कार्रवाई के जो भी वीडियो फुटेज मौजूद हैं उसे प्रमाण के तौर पर अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। 

रामपुर पुलिस के खिलाफ हाईकोर्ट दायर की जाएगी याचिका 

विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा कि आलेहसन की गिरफ्तारी को छापेमारी और वसीम की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस जो कहानी रच रही है उसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। पुलिस ने वसीम को अवैध हिरासत में रखा है और यह सीधे-सीधे मानवाधिकार का उल्लंघन है। अब्दुल्ला ने कहा कि गुरुवार की रात और शुक्रवार की दोपहर जिन पुलिस कर्मियों ने छापेमार कार्रवाई हिस्सा लिया था उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी।