सर्वाधिक दुर्घटनाओं वाले जिलों में बाराबंकी का नाम आने पर गुस्साए डीएम जिम्मेदारों को फटकारते हुए दिए सख्त निर्देश

बाराबंकी। जनपद मंे होने वाली दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में जिम्मेदारों ने न तो कोई अब तक ठोस कार्यवाही की और  न सख्त रूख अपनाया। जिसको लेकर शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की आहूत बैठक में जिलाधिकारी डाॅ आदर्श सिंह ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए जिम्मेदारों को निशाने पर लिया। 
बैठक में डीएम डाॅ सिंह ने जिम्मेदार जिला स्तरीय अधिकारियों की लापरवाही पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें सख्ती के साथ परिवहन विभाग सहित सम्बन्धित के पास आकड़ो की जानकारी पर एक घण्टे के अन्दर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। ई-निगरानी ऐप के माध्यम से सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित शिकायत की स्थिति को पता लगाया जा सकता है। डीएम की नाराजगी की खास वजह जनपद का उन 75 जिलों में शामिल 45 जिलों में बाराबंकी का नाम होना है जिसमें दुर्घटनाओं की संख्या ज्यादा है। जिलाधिकारी ने कहा कि उचित कार्यवाही न होने पर दुर्घटनायें अधिक होते है। जनपद में 10 ब्लैक स्पाॅट से अवगत कराया गया। जेब्रा पार्क में सड़क सुरक्षा के नियमों को भी प्रदर्शित के निर्देश नगर पालिका को दिये।
डीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछली आहूत बैठक में 93 प्रकरण प्रस्तुत हुए थे, जिनके निस्तारण की जानकारी प्राप्त की गयी। जिलाधिकारी ने अज्ञात वाहनों से  होने वाली दुर्घटनाओं में चिकित्सीय सुविधा की प्रक्रिया के बारे में लेखपालों एवं थानाध्यक्षों को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिससे सभी के पास पुख्ता जानकारी उपलब्ध रहे। ऐेसे व्यक्ति जो चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराते है, उन्हें परिवहन विभाग द्वारा प्रोत्साहन की जानकारी पर जिलाधिकारी ने फालोअप करने के निर्देश परिवहन विभाग को देते हुए एक सप्ताह के अन्दर कार्यवाही स्पष्ट करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सड़क सुरक्षा के मामलों पर काफी गम्भीर रहते है। जिलाधिकारी ने सहायक सम्भागीय प्रवर्तन अधिकारी राजेश कुमार मौर्य, राहुल श्रीवासतव, यातायात सीओ, एआरएम से कहा कि गम्भीर होकर कार्य को पूर्ण करे तथा सही जानकारी प्रस्तुत करें।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅरमेश चन्द्र, यातायात सीओ, एआरएम, उपजिलाधिकारी सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।