मवेशियों को लेकर विवाद में सहरंग दबंगों ने महिला को किया मरणासन्न 

रामनगर, बाराबंकी। घर के निकट खूंटे में बाधे मवेशी को दबंग लोग खोलने लगे इसपर आपत्ति जताना गृह स्वामिनी महिला को मंहगा गुजरा। थोड़ी देर बाद बात को भूल चुकी महिला जब किसी कारण वश पास की दुकान काम से जा रही थी तो उन्हीं सरहंग दबंगों ने महिला को बुरी तरह लाठी डण्डों व अन्य असलहो ंसे लैसहोकर बुरी तरह मारा पीटा। जब महिला बेहोश हो गई तो उसे मरा जानकर ही बदमाश वहां से निकल भागे। मुकामी पुलिस की हीलाहवाली पर पीड़ित महिला ने एसपी के यहां भी गोहार लगाई है। वहीं पुलिसिया कार्यशैली महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ही सवालों के घेरे में एक बार फिर दिखी।
प्राप्त जानकारी व पीड़ित महिला के बताए अनुसार थाना रामनगर क्षेत्रांतर्गत ग्राम खेतौरा निवासिनी शिवानी पत्नी रामसजीवन के घर के बाहर उसके मवेशी उसने बांध रखे थे। जिनको खोलने का प्रयास कर रहे उसी ग्रामवासी संदीप पुत्र रामफल, राजू पुत्र अज्ञात व व नीलम को जब शिवानी ने टोका तो दोनों में कहासुनी होने लगी। ग्रामीणों के बीच में आ जाने से दबंग व महिला वहां से देखलेने की धमकी देकर चले गए। तकरार को भूल चुकी शिवांगी जब पास की किरानो की दुकान किसी सामान को लेने निकली तो पहले से राह में गाड़ा लगाए बैठे इन सरहंग दबंगों ने लाठी-डण्डा सहित अन्य राड व असलहों से महिला पर हमला बोल दिया। महिला की चीख पुकार सुनकर जब तक ग्रामीण उसकी मदद को दौड़ते तबतक महिला ज्यादा चोट लगने के कारण मूर्छित होकर गिर पड़ी। जिसपर सरहंग दबंग उसे मरा जानकर  सरहंग दबंग वहां से फरार हो गए। वहीं जख्मीं महिला को लेकर जब ग्रामीण व परिवारीजन थाने पहुंचे तो वहां उनकी सुनवाई तो दूर बुरी जख्मीं महिला का चिकित्सीय परीक्षण तक नहीं कराया और न ही उसे भर्ती कराने की ही जहमत उठाई। हद तो यह हुई कि गंभीर मामले में भी बिना किसी प्रार्थना पत्र के ही गंभीर मामलों को हमलावरों के पक्ष में हलका करते हुए मुकामी पुलिस ने बिना चिकित्सीय परीक्षण की दफा 323, 504, 506 में मामला दर्ज कर अपना पल्ला झाड़ लिया। वो भी तब जब सूबे की सरकार ही नहीं मुल्क की सरकार भी महिलाओं के उपर जारी हमलों को लेकर गंभीर है और कड़ी कार्रवाई की बात कहती है। लेकिन पुलिस सकी कार्यशैली मुल्क व सूबे की हुकूमत के मंसूबों पर पुरी तरह पानी फेरती नजर आती है व अपने हाथ ही अपनी पीठ थपथपाते दिखती है।