मसौली, बाराबंकी। सूफी सन्तो की दुवाओं की बदौलत ही आज संसार चल रहा है। हम सभी लोगों को सूफी-सन्तों के बताये हुए रास्ते पर चलना चाहिए और आपसी भेदभाव भुलाकर आपस में एकता पैदा करनी चाहिए ताकि हम लोगों को जो अवसरवादी ताकते लड़ाने का काम कर रही है उनको करारा जवाब मिल सके।
उक्त बातें शुक्रवार को कस्बा बड़ागाँव में चल रहे हजरत काजी शहाबुद्दीन ओलिया (रह0) की मजार शरीफ पर चादरपोशी करते हुए पूर्व विधायक रामगोपाल रावत ने कही उन्होंने कहा कि सूफी सन्तो की शिक्षा सामप्रदायिक अलगाव की अग्नि में जल रहे संसार के पथ प्रदर्शन करने में प्रासंगिक है। श्री रावत ने कहा कि आस्तानो पर आने से दिल को शुकुन एव मन को शांति मिलती है। पूर्व विधायक ने मजार शरीफ पर चादरपोशी कर मुल्क की सलामती की दुआये मांगी।
इस मौके पर सदस्य जिला पंचायत शकील सिद्दीकी, पूर्व प्रधान नाजनीन किदवाई, रामनरेश यादव, जैसीराम यादव, अखिलेश यादव, हफीज राइन, अजय कुमार वर्मा, सैय्यद हुसैन खान, फखरुल हसन, अब्दुल करीम, साबिर अली, मसौली पत्रकार नूर मोहम्मद आदि लोग मौजूद रहे।
मजार शरीफ पर चादरपोशी करने पहुंचे पूर्व विधायक रामगोपाल रावत