सिद्धौर, बाराबंकी। भ्रष्टाचार में बोलबाले में इमानदारों को काम करना मुश्किल होता जा रहा है। जहां सिद्धौर क्षेत्रांतर्गत जब एक दिव्यांग शाखा प्रबंधक ने सीधे जरूरतमंदों से भेंटकर उनकी जरूरत के सापेक्ष देयक्षमता के आधार पर सीधे कार्य को अंजाम देने का कार्य शुरू किया। तो जरूरतमंदों को फंसाकर मलाई काटने वाले दलाल टाईप बाहुबलियों को यह बात रास नहीं आई और अपना हिस्सा मिलने की उम्मीद खत्म होते देख शाखा प्रबंधक इनके निशानं पर आ गए। अब इमानदार शाखा प्रबंधक इनकी रोजाना किसी न किसी बहाने मुसीबत खड़ी करने को लेकर काफी असमंजस में हैं कि कैसे दलालों से बैंक व अपना पीछा छुड़ाया ताए। बताते चले सामने आए मामले मंें रामपुर स्थित पंजाब सिंध बैंक की शाखा के प्रबंधक अजय वर्मा की उपभोक्ताओं के प्रति नेक नियती बैंक आने वाले किसानो व्यापारियों, उपभोक्ताओं की व्यथा को सीधे सुनना दलालों को रास नहीं आ रहा है। इसी के चलते दलाल किस्म लोगो की नजर शाखा प्रबंधक पर टेढी हुई है कि उक्त शाखा प्रबंधक को शाखा से हटाने एवं फसाने को लेकर बुने जाने वाले षणयंत्र कारी जाल को लेकर दिव्यांग शाखा प्रबंधक काफी आहत हैं।
जरूरतमंदों की इमानदारी से मदद दलालों के चलते बनी सरदर्द