हमले के तीन मिनट पहले मोबाइल पर आए मैसेज से एलर्ट हुए थे शूटर

झूंसी के चक मोड़ पर तीन दिन पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव पर हमले के लिए सुबह तकरीबन साढ़े छह बजे दो बाइक से आधा दर्जन शूटर पहुंचे थे। तकरीबन एक घंटे बाद मोबाइल पर आए मैसेज के बाद शूटरों ने हमले के लिए अपनी-अपनी पोजीशन ले ली। तकरीबन तीन मिनट बाद जैसे ही अशोक की दोनों टाटा सफारी चक मोड़ पर पहुंची, शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू  कर दीं। इससे साफ है कि मुखबिर लगातार पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव के हर पल की खबर शूटरों को दे रहा था।  पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव पर 17 जून की सुबह हाईवे के चक मोड़ पर हुए जानलेवा हमले से हड़कंप मच गया था। चक मोड़ पर माली की दुकान के पास पहले से घात लगाए बदमाशों ने स्वाचालित हथियार कारबाइन से अशोक के दोनों टाटा सफारी पर गोलियां बरसाई थीं। पूरी वारदात जीटी रोड के दूसरे छोर पर लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी की सुबह छह से आठ बजे तक दो घंटे की फुटेज निकलवाई है। इसमें साफ दिख रहा है कि दो बाइक पर छह शूटर तकरीबन छह बजकर पैंतिस मिनट पर वारदात स्थल पर पहुंचे हैं। काफी देर तक वे मौके पर ही चहलकदमी करते रहे। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक तकरीबन सात बजकर पैंतिस मिनट पर झोले में स्वाचालित हथियार लेकर खड़े शूटर के मोबाइल सेट पर कोई मैसेज आता है। मैसेज पढ़ने के बाद ही सभी शूटर अपनी-अपनी पोजीशन ले लेते हैं। तकरीबन तीन मिनट बाद सात बजकर 38 मिनट पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक की दोनों टाटा सफारी सामने से आती हुई दिखाई देती है। चक मोड़ पर पहुंचते ही सभी शूटर अपनी-अपनी पोजीशन से सफारी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगते हैं। स्वचालित हथियार कारबाइन का ट्रिगर फंसने पर गोली नहीं चलती है तो वह शूटर उसके मुट्ठे से गाड़ी के शीशे पर वार करने लगता है। बाकी शूटर सफारी का पीछा कुछ दूर तक करके दौड़ते हुए गोलियां चला रहे हैं। सीसी टीवी में चंद सेकंड बाद सभी शूटर लौटते हुए दिखाई दे रहे हैं। बाद में कुछ दूर पर खड़ी अपनी बाइक उठाने के बाद सभी वहां से वाराणसी की ओर फरार हो जाते हैं। 

ब्लाक प्रमुख के घर की पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज खंगाली
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव पर हुए जानलेवा हमले में पुलिस ने आरोपी ब्लाक प्रमुख के आवास विकास कालोनी योजना दो स्थित मकान की सीसी टीवी फुटेज खंगाली है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी की फुटेज से पता चला है कि वारदात के वक्त ब्लाक प्रमुख अरुणेंद्र यादव डब्बू अपने घर पर ही मौजूद थे। जबकि पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक ने ब्लाक प्रमुख अरूणेंद्र और उनके दोनों भाइयों को अन्य तीन के साथ गोलियां चलाते हुए बताया था। अशोक की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक चक मोड़ पर माली की दुकान के पास घात लगाकर बैठे ब्लाक प्रमुख अरुणेंद्र और उनके दोनों भाईयों अमर व चंद्रजीत ने तीन अज्ञात के साथ उनके ऊपर जानलेवा हमला किया। अरुणेंद्र यादव डब्बू का कहना है कि उन्हें और दोनों भाईयों को फर्जी मुकदमे में साजिश के तहत फंसाया गया है। अरूणेंद्र ने पुलिस ने पूरी निष्पक्षता के साथ जांच की मांग की है। उधर एसपी गंगापार एनके सिंह का कहना है कि पुलिस का पूरा ध्यान शूटरों को पकड़ने पर है। पूर्वांचल के जिलों में शूटरों की फोटो भेजी गई है। क्राइम ब्रांच की टीमें भी मोबाइल काल रिकार्ड्स तथा अन्य चीजों की जांच कर रही हैं। 

नैनी जेल शूट आउट में आरोपी रहे हैं पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक 
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव और उनके भाई क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार यादव पर हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। तकरीबन तीन साल पहले नैनी जेल गेट के बाहर हुए डबल मर्डर में भी अशोक यादव आरोपी रहे हैं। नैनी जेल गेट के बाहर शेरडीह गांव के पूर्व प्रधान चंद्रभान यादव उर्फ बाबा के बेटे ज्ञानचंद्र यादव उर्फ वकील समेत दो की गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। डबल मर्डर में अशोक पर भी साजिश रचने का केस दर्ज किया गया था। बाद में उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया। तकरीबन डेढ़ दशक पहले जून 2005 में ब्लाक प्रमुख अरुणेंद्र यादव डब्बू के पिता मोहन लाल यादव की हत्या के बाद अशोक का नाम सुर्खियों में आया था। राजकुमार पर भी हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं।

अशोक के घर वालों ने की सुरक्षा की मांग 
अशोक यादव के बेटे अंगद यादव ने झूंसी पुलिस से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। अंगद ने बताया कि जिस तरह से उनके पिता पर हमला हुआ है, उससे साफ है कि यह मामला बड़ा है। शूटर कारबाइन चलाते दिख रहे हैं। नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है, इसके बाद भी पुलिस ने अब तक न तो किसी को पकड़ा है, न पूछताछ की है। ऐसे में हमला कराने वालों का मन बढ़ा होगा, वे फिर से हमला करा सकते हैं। इसी कारण अंगद ने पूरे परिवार को सुरक्षा की मांग की है।