हजरत सैय्यद सालार साहू गाजी रह0 (बूढे बाबा) की याद में उनके यौम-ए-विसाल (स्वर्गवास) के अवसर पर वार्षिक जेष्ठ मेले के बाद परम्परागत ईद की 24 तारीख यानि 28जून को कुल शरीफ का आयोजन होगा।

सतरिख, बाराबंकी। पैगाम-ए-इन्सानियत की शिक्षा को आम करने वाली सभी धर्मों को एकता एवं भाईचारे के धागे में पिरोने वाली आपसी सौहार्द की मरकज कस्बा सतरिख स्थित दरगाह शरीफ पर हजरत सैय्यद सालार साहू गाजी रह0 (बूढे बाबा) की याद में उनके यौम-ए-विसाल (स्वर्गवास) के अवसर पर वार्षिक जेष्ठ मेले के बाद परम्परागत ईद की 24 तारीख यानि 28जून को कुल शरीफ का आयोजन होगा।
आयोजित कुल शरीफ में धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों के साथ सूफियाना कव्वालिया, नातिया कलाम एवं उल्माओं द्वारा भाईचारा एवं एकता गोष्ठी का आयोजन, परमारागत किया जायेगा। मेले में दूर दराज जनपदों एवं नेपाल आदि से प्रत्येक धर्म एवं समुदाय के जायरीन अपनी-अपनी बसों एवं अन्य साधनों से बड़ी संख्या में आते है और बाबा के अस्ताने पर बड़े धूम धाम से चादर एवं फूलों की डालियां पेश करते है और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ती की मन्नते मांगते है। वहीं लोगों की मानें तो कई लोग अपने बच्चो के मुण्डन संस्कार भी यहां कराते है। 
कमेटी के सचिव चैधरी कलीम उद्दीन उस्मानी ने बताया कि आने वाले जायरीन की सहुलियत के लिए तमाम जरूरी व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की ओर से की गई है। इसके लिये प्रभारी मेला सरफराज अहमद खां, फरजान उस्मानी, असगर अली अंसारी, फौजान उस्मानी, विशम्भर यादव, राम यादव, राम लखन गौतम, कन्धई लाल, सुन्द्रलाल, जुबेर अहमद सदाम हुसैन, अहमद शुजा, सरवर अली, राम सिंह, प्रकाश धानुक, रेहान खां आदि की टीम का गठन कर जिम्मेदारी सौपी गयी है।