स्वराज्य मंच को मिल रहा भरपूर जनसमर्थन

लोकतंत्र के महापर्व  के छठवें चरण का चुनाव के बस कुछ ही घंटे बचे हैं।जनता के मन में मतदान करने का उत्साह बढ़ गया है।सभी राजनैतिक पार्टियां अपना होमवर्क लगभग अब समाप्त कर चुकी हैं।लोकगठबंधन पार्टी के प्रत्याशी स्वराज्य मंच के राष्ट्रीय संयोजक पार्टी अतुल दुबे ने भी जनता के बीच अपने वादे को दमदारी से रखा है।श्री दुबे कहना है कि सन 1947 से देश आजाद हुआ हम आजाद देश के नागरिक तो बन गए,लेकिन वाकई में हम आजाद हैं? देश के सामने सामाजिक ,आर्थिक विपन्नता, बेरोजगारी,चिकित्सा का अभाव,शिक्षा की कमी जैसी तमाम समस्याएं आज भी देश को चुनौती दे रही हैं।आज जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों का उद्देश्य समाज के नीचे तबके के लोगों का कल्याण न अपने उद्योगपति मित्रों को हितों को लाभ पहुँचाने का काम किया जा रहा है।देश की जनसंख्या का दो तिहाई से अधिक हिस्सा 70 साल के बाद भी बदहाली का जीवन जी रहा है।सत्ता में बैठे नेता गण भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर चुके हैं।आज राजनैतिक अपराध भी बढ़ गया है जिसका कारण हम सब लोग हैं।जब योग्य उम्मीदवार का चुनाव सही नहीं करेंगे तो उसकी परिणति क्या होगी? 51 लोकसभा क्षेत्र फूलपुर में जातिगत आंकडों में ब्राह्मण 3लाख,मुस्लिम 4 लाख,यादव 1.75 हजार,पटेल 3.25 लाख,दलित 5 लाख,लाला1लाख,अन्य बैकवर्ड,1 लाख,अन्य 1 लाख जातिगत समीकरण है।अधिवक्ताओं के चैंबर ख़र्च के लिए 10000हजार प्रति माह मानदेय होना चाहिए।जिससे अधिवक्ता बंधु अपने दैनिक खर्चों को निर्वहन कर सकें।
और अधिवक्ताओं की तमाम समस्या हैं जिन्हे जीतने पर निस्तारण किया जाएगा। युवा वर्ग देश के कर्णधार हैं।जिनकी संख्या देश में दो तिहाई है।यह विचारणीय प्रश्न है कि फूलपुर में आज एक मात्र इफको उद्योग के अलावां कोई भी अतिरिक्त उद्योग नही है।अगर यहां पर कोई और उद्योग होता तो उन्हें आज भटकने की आवश्यकता न पड़ती।लोकगठबंधन पार्टी ने उनके लिए अपने घोषणा पत्र में रोजगार हेतु  उद्योग स्थापित करना तथा युवा आयोग का गठन हो जिससे उनकी समस्या दूर हो का उल्लेख किया है।और अशिक्षा के क्षेत्र में विकास हो।
ब्राह्मण वर्ग के कद्दावर नेता के रूप में अतुल द्विवेदी को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।सवर्णों में उनकी मजबूत पकड़ से विपक्षी भी अपने को कमजोर मान चुके हैं।जनता जनार्दन का आशीर्वाद उन्हें लगातार मिल रहा है वहीं बेरोजगार युवा वर्ग भी उनका खूब समर्थन कर रहा है।क्योंकि स्वराज्य मंच के  घोषणा पत्र में युवाओं को रोजगार की पूरी गारन्टी है।किसानों के लिए भी कृषि लागत 100 प्रतिशत सरकार द्वारा मिलने की भी उम्मीद है।तथा स्वास्थ्य शिक्षा का सभी के लिए हो मुफ्त की बात उन्होंने की है।