माहे रमज़ान के आखिरी जुमे की नमाज़ में बारगाहे इलाही मे झूके हज़ारों स

प्रयागराज-जज़्बा ए इमानी और मुल्क की खैरो बरकत के लिए जुम्मतुल विदा की नमाज़ में जुटे नमाज़ियों ने की सामुहिक दुआ--अमेरीका और ईसराईल को आतंक का पोशक मानते हुए लगे मुरदाबाद के नारे...
जुम्मतुल विदा की नमाज़ जहाँ हर छोटी बड़ी मस्जिदों मे अदा की गई वहीं शिया समुदाय ने चक स्थित जामा मजिद ज़ीरो रोड पर मौलाना हसन रज़ा ज़ैदी की क़यादत में नमाज़ अदा की।मस्जिद से लेकर मानसरोवर चौराहे तक लगे पण्डाल मे हज़ारों नमाज़ियों ने नमाज़ अदा करने के साथ मौलाना द्वारा पढे गए खुतबे को सुना।मौलाना ने अपने खुतबे मे जहाँ अहकामे शरीयत बयान की वहीं आज के दौर मे पड़ोसी और अहले वतन के लिए हमारे क्या फराएज़ होने चाहिये इस पर लोगों को बताया।वहीँ ग़रीब ग़ुरबा की मदद अपने ईद के कपड़े बनवाने से पहले बेवा यतीम और ग़रीब के बच्चों के हक़ मे सोचने की नसीहत भी दी।कहा कहीं ऐसा न हो की हम तो अच्छे अच्छे कपड़े पहन लें और हमारा पड़ोसी कोई ग़रीब का बच्चा भूख और अच्छे कपड़े न मिलने से दूखी हो ऐसे मे हमारी ईद की खुशी अल्लाह की निगाह मे और अपने खुद की निगाह मे सही नही होगी।
नमाज़ से पहले मौलाना हसन रज़ा ज़ैदी ने शासन प्रशासन के नमाज़ अदा करने के लिए कीए गए इन्तेज़ामात का शुक्रिया अदा करने के साथ मुल्के हिन्दुस्तान की बेहतरी की दूआ और हमारे देश के दुशमन मुल्कों के नेस्त ओ नाबूद के लिए हाथ बलन्द कर बद्दुआ भी करवाई।