कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेताओं ने दिल्ली में मांगी एक सीट, राहुल गांधी को लिखा पत्र

पहले से दो खेमों में बटी कांग्रेस में अब अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं ने भी विरोधी तेवर अख्तियार कर लिया है। पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं ने दिल्ली के सात सीटों में से एक सीट की दावेदारी पेश की है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि पार्टी अल्पसंख्यकों को दरकिनार कर रही है। रविवार को कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने एक बैठक की। जिसके बाद पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित से मिलकर उन्हें अपना पत्र सौंपा। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी पत्र भेजकर दिल्ली में मुसलिम मतदाताओं की संख्या को देखते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के एक सीट दिए जाने की मांग की गई है


रविवार को पार्टी के पूर्व विधायक मतीन अहमद, शोएब इकबाल, हसन अहमद और आसिफ मोहम्मद खान ने आसफ अली रोड स्थित एक होटल में बैठक की। विरोधी तेवर दिखाते हुए चारों ने आरोप मढ़ा की तीन से पांच बार विधायक रह चुके अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा है।
बैठक के बाद पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान ने बताया कि वह पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं हैं। दिल्ली में 20 लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं। आम आदमी पार्टी मुसलमानों की बात तो करती है, लेकिन आप ने सातों लोकसभा सीटों में एक भी मुस्लिम को प्रत्याशी नहीं बनाया। ऐसे में अगर कांग्रेस पार्टी किसी मुसलिम को प्रत्याशी बनाती है तो इसका एक संदेश जाएगा। 
उन्होंने मांग की पार्टी के पूर्व विधायकों में किसी एक को चांदनी चौक व उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में से किसी एक सीट से प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए। पूर्व विधायक शोएब इकबाल ने कहा कि पार्टी में उनकी भी बात सुनी जानी चाहिए। रविवार को बैठक के बाद चारों नेताओं ने पार्टी कार्यालय में शीला दीक्षित मिलकर अपनी बात रखी। नेताओं ने दावा किया कि पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष ने उनसे कहा है कि मुस्लिम समाज के लोगों को टिकट दी जानी चाहिए।