बाराबंकी। डॉ भीमराव अम्बेडकर को बाबासाहेब नाम से भी जाना जाता है.
अम्बेडकर जी उनमें से एक है, जिन्होंने भारत के संबिधान को बनाने में
अपना योगदान दिया था. अम्बेडकर जी एक जाने माने राजनेता व प्रख्यात
विधिवेत्ता थे। उक्त उद्गार आयोजन बंकी समिति द्वारा आयोजित भारत रत्न
डा. भीम राव अम्बेडकर बाबा साहब की 128वीं जयंती पर बंकी नगर पंचायत
चेयरमैन अंशू सिंह ने व्यक्त किये। जिसमें सैकड़ो लोग शामिल हुए। इस मौके
उन्होने आगे कहा कि देश में से छुआ छूत, जातिवाद को मिटाने के लिए बहुत
से आन्दोलन किये। बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन गरीबों को दे दिया, दलित व
पिछड़ी जाति के हक के लिए इन्होंने कड़ी मेहनत की आजादी के बाद पंडित
जवाहरलाल नेहरु के कैबिनेट में पहली बार अम्बेडकर जी को लॉ मिनिस्टर
बनाया गया था। अपने अच्छे काम व देश के लिए बहुत कुछ करने के लिए
अम्बेडकर जी को 1990 में देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया।
जयंती पर डा. भीमराव अम्बेडकर की शोभा यात्रा ग्रीडगंज से कोयलहापुरवा तक
निकाली गयी। इस मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि श्याम सिंह, डी.डी. आर्या,
सुनीता आर्या, डा. निरौली लाल, डा. रामफल, राम मनोहर, सुनील गौतम,
नागेन्द्र गौतम, रामविलास गौतम, जय विक्रम सिंह, आर.के. राना, रघुपति
प्रसाद आदि लोग शामिल रहे।
डॉ भीमराव अम्बेडकर को बाबासाहेब नाम से भी जाना