बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम की अनुबंधित बस नंबर यूपी 41 ए टी 3396 कल सुबह हेतमापुर से बाराबंकी आ रही थी। मोहम्मदपुर खाला पर एक महिला बस में सवार हुई और अपना सामान गेट पर रखकर खड़ी हो गई। परिचालक देवनारायण ने इसका विरोध किया तो महिला ने परिचालक के साथ गाली गलौज की। विवाद बढ़ने पर महिला ने कुछ लोगों को फोन किया। जिसके बाद लगभग 40 से 45 की संख्या में एकत्रित लोगों ने बस को आनंद भवन स्कूल के पास दिन में लगभग 1:00 बजे पहुंचने पर बस रुकवा कर परिचालक की पिटाई शुरू कर दी। परिचालक को बचाने के लिए जब ड्राइवर आलोक कुमार पहुंचा तो भीड़ ने ड्राइवर की भी पिटायी शुरू कर दी और इतना मारा कि ड्राइवर का घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय मे इलाज चल रहा है। मारपीट का बाद महिला सूटकेस छोड़ कर भाग गई। एआरएम आर एस वर्मा द्वारा कोतवाली में सूटकेस वाहन सामान जमा करा दिया गया। लेकिन पुलिस की अपनी कार्यशैली है। विवाद को खत्म करने के बजाय उक्त महिला का सामान बिना ए एआरएम की जानकारी के बिना पुलिस ने सामान वापस कर दिया। जिसके बाद चालकों व परिचालको ने चक्का जाम का आवाहन कर बसों का संचालन बंद कर दिया। एआरएम आर एस वर्मा का कहना है कि पुलिस ने बिना कुछ जांच-पड़ताल किए हुए दंगाइयों को आसानी से छोड़ दिया। जबकि चुनाव के मद्देनजर धारा 144 लागू होने के बाद भी 40 से 45 लोग मारपीट कर भाग गए। ओर पुलिस ने हमारी एफ आई आर तक दर्ज नहीं की और विपक्षियों का सामान भी बड़ी आसानी से वापस कर दिया। एआरएम का कहना है कि अपर पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद एफ आई आर दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है।
अनुबंधित बस चालकों व परिचालकों ने मारपीट के विरोध में किया चक्काजाम ।