शिक्षकों की क्षमता संवर्द्धन से शिक्षण में आएगा सुधार
प्रयागराज। सीमैट में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों की क्षमता संवर्द्धन के लिए 'की रिसोर्स परसन' (केआरपी) एवं 'स्टेट रिसोर्स परसन'(एसआरपी) पर मंगलवार को सप्ताह भर के लिए प्रशिक्षण शुरू हुआ। इस मौके पर निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, लखनऊ एवं राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) संजय सिन्हा विचार रखे। कहा, यह प्रशिक्षण हमारे प्रदेश के सभी पांच लाख 76 हजार प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
निदेशक सीमैट ने बताया कि कार्यशाला में निष्ठा कार्यक्रम के तहत हम 3695 केआरपी एवं एवं 739 एसआरपी प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। यह कार्यक्रम विद्यार्थी केंद्रित शिक्षण प्रक्रिया पर बल देगा एवं सीखने के प्रतिफल को बढ़ाने के लिए नए आयाम स्थापित करेगा। निष्ठा कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि एनसीईआरटी के प्रो. एसवी शर्मा ने कहा कि सर्वप्रथम हमें अपने भीतर शिक्षक के गुण को विकसित करने की आवश्यकता है। एनसीईआरटी की प्रो. शशि प्रभा ने बताया कि निष्ठा का माड्यूल कुल 12 खंडों में विभाजित है, जो शिक्षकों को उन सभी आयामों से परिचित कराएगा, जो उनके शिक्षण हेतु अति आवश्यक है। इस मौके पर संयुक्त निदेशक एससीईआरटी अजय कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन प्रभात कुमार मिश्र ने किया। इस मौके पर डॉ. अमित खन्ना, डॉ. स्कंद शुक्ल, प्रवीण कुमार तिवारी, एनसीईआरटी नई दिल्ली से प्रो. अनीता नूना, डॉ. शरबरी बनर्जी, प्रो. रीतू शर्मा, डॉ. रमेश कुमार, प्रो. प्रावीन कुमार चौरसिया, डॉ. दीपमाला आदि मौजूद रहे।