मेरठ में शादी कराने का ऐसा फर्जी रैकेट चल रहा है, जो न जाने कितने लोगों को अपने झांसे में फंसाकर ठगी कर चुका है। तलाकशुदा और विधवा महिलाओं की तरफ से वैवाहिक सूचना देकर ऐसे व्यक्तियों को ठगा जा रहा है, जिनकी शादी नहीं हो रही।
इस गिरोह में आधा दर्जन से अधिक महिलाएं और युवती शामिल हैं। पूर्व में इसी गिरोह द्वारा एक महिला का नाम व पता बदलकर उसे दिल्ली निवासी व्यक्ति को 50 हजार रुपये में बेच दिया। आगे जानें आखिर कैसे इस गिरोह की लुटेरी दुल्हन लड़कों से शादी के नाम पर करती हैं ठगी -
एसएसपी ऑफिस पर की गई शिकायत में कहा गया कि तलाकशुदा व विधवा महिलाओं की ओर से अलग-अलग माध्यम से सूचना प्रकाशित कराई जा रही है। जिसमें इच्छुक व्यक्ति मेडिकल थाना क्षेत्र में गढ़ रोड स्थित कार्यालय में पहुंचते हैं, जो व्यक्ति शादी करने का इच्छुक होता है उसका नाम, पता, उम्र, व्यवसाय, नौकरी और जमीन के बारे में पूछा जाता है। जिसके बाद शादी करने वाले व्यक्ति से 5100 रुपये जमा कराए जाते हैं।
एसएसपी ऑफिस पर की गई शिकायत में कहा गया कि तलाकशुदा व विधवा महिलाओं की ओर से अलग-अलग माध्यम से सूचना प्रकाशित कराई जा रही है। जिसमें इच्छुक व्यक्ति मेडिकल थाना क्षेत्र में गढ़ रोड स्थित कार्यालय में पहुंचते हैं, जो व्यक्ति शादी करने का इच्छुक होता है उसका नाम, पता, उम्र, व्यवसाय, नौकरी और जमीन के बारे में पूछा जाता है। जिसके बाद शादी करने वाले व्यक्ति से 5100 रुपये जमा कराए जाते हैं।
गिरोह की संचालिका महिला बताती हैं कि इन्हीं पैसों में से हम शादी के कागजात तैयार कराकर कोर्ट मैरिज करा देंगे। यदि महिला पसंद नहीं आती है तो 1500 रुपये फीस काटकर 3600 रुपये वापस कर दिए जाएंगे।
फिर गिरोह शादी करने वाले इच्छुक व्यक्ति को महिलाओं के फोटो दिखाता है। दो या तीन महिलाओं के ही फोटो दिखाए जाते हैं। शादी करने वाले व्यक्ति को जो महिला पसंद आ जाती है, उस महिला से बातचीत कराई जाती है। जिसके बाद फर्जी तरह से तैयार की गई महिला शादी करने को तैयार हो जाती है।
दुल्हन पसंद आने पर अलग से कमीशन
शादी करने वाले व्यक्ति को जब महिला पसंद आ जाती है तो महिला से बातचीत कराई जाती है। जैसे ही आदमी चलने लगता है तो उससे कहा जाता है कि दुल्हन पसंद आने के 600 या अन्य रुपये अलग से दे दो। संचालिका इन पैसों को अलग से ले लेेती है। यह गिरोह अलग-अलग लोगों को ऐसे ही अपने जाल में फंसा रहा है।
फिर गिरोह शादी करने वाले इच्छुक व्यक्ति को महिलाओं के फोटो दिखाता है। दो या तीन महिलाओं के ही फोटो दिखाए जाते हैं। शादी करने वाले व्यक्ति को जो महिला पसंद आ जाती है, उस महिला से बातचीत कराई जाती है। जिसके बाद फर्जी तरह से तैयार की गई महिला शादी करने को तैयार हो जाती है।
दुल्हन पसंद आने पर अलग से कमीशन
शादी करने वाले व्यक्ति को जब महिला पसंद आ जाती है तो महिला से बातचीत कराई जाती है। जैसे ही आदमी चलने लगता है तो उससे कहा जाता है कि दुल्हन पसंद आने के 600 या अन्य रुपये अलग से दे दो। संचालिका इन पैसों को अलग से ले लेेती है। यह गिरोह अलग-अलग लोगों को ऐसे ही अपने जाल में फंसा रहा है।
शादी करने लिए जिस महिला से बातचीत कराती है वह महिला चार या पांच दिन में व्यक्ति को फोन करती है कि मैं बीमार हूं और मुझे कुछ परेशानी है। जिसके बाद दिए गए अकाउंट में दो या तीन हजार रुपये डलवा लिए जाते हैं। बाद में यही महिला कॉल करके कहती है कि मेरा भाई काम से बाहर गया है, शादी के लिए पांच या छह माह का इंतजार करना होगा। इंतजार नहीं कर सकते तो शादी के लिए किसी अन्य महिला को तलाश लें।
छह महिलाओं ने बना रखा है गिरोह
इस गिरोह में एक संचालिका और छह अन्य महिलाएं शामिल हैं। जो आपस में पैसे का बंटवारा करती हैं। संचालिका का आधा पैसा होता है, जबकि आधे पैसे में अन्य सभी महिलाएं शामिल होती हैं। गिरोह में मवाना के एक गांव निवासी महिला के अलावा, शहर की भी कई महिलाएं शामिल हैं। शादी के नाम पर यह गिरोह महिलाएं दिल्ली और अन्य राज्यों में बेचता है।
छह महिलाओं ने बना रखा है गिरोह
इस गिरोह में एक संचालिका और छह अन्य महिलाएं शामिल हैं। जो आपस में पैसे का बंटवारा करती हैं। संचालिका का आधा पैसा होता है, जबकि आधे पैसे में अन्य सभी महिलाएं शामिल होती हैं। गिरोह में मवाना के एक गांव निवासी महिला के अलावा, शहर की भी कई महिलाएं शामिल हैं। शादी के नाम पर यह गिरोह महिलाएं दिल्ली और अन्य राज्यों में बेचता है।
पकड़ी गई थी लुटेरी दुल्हन
2016 में कंकरखेड़ा में आईपीएस अधिकारी सुकीर्ति माधव ने लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश किया था। यह महिला एक साल में 17 लोगों से शादी के नाम पर ठगी कर चुकी थी। जिसमें आठ लोगों से शादी की और शादी के एक या दो दिन में ही ज्वैलरी और अन्य नकदी लेकर फुर्र हो जाती थी।
कुछ इस तरह से हुई बातचीत-
रिपोर्टर: मैं मवाना रोड से बोल रहा हूं
संचालिका: मेरा नंबर कैसे मिला और बताइए।
रिपोर्टर: विज्ञापन में देखकर मोबाइल नंबर मिला है।
संचालिका: कास्ट क्या है?
रिपोर्टर: जाट
संचालिका: खेती है या कुछ नौकरी करते हो।
रिपोर्टर: फैक्टरी में नौकरी करता हूं।
संचालिका: कितनी सैलरी मिलती है।
रिपोर्टर: 10 हजार रुपये।
संचालिका: कितनी उम्र है.. संचालिका बाद में बात करने की कहकर कॉल काट देती है।
2016 में कंकरखेड़ा में आईपीएस अधिकारी सुकीर्ति माधव ने लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश किया था। यह महिला एक साल में 17 लोगों से शादी के नाम पर ठगी कर चुकी थी। जिसमें आठ लोगों से शादी की और शादी के एक या दो दिन में ही ज्वैलरी और अन्य नकदी लेकर फुर्र हो जाती थी।
कुछ इस तरह से हुई बातचीत-
रिपोर्टर: मैं मवाना रोड से बोल रहा हूं
संचालिका: मेरा नंबर कैसे मिला और बताइए।
रिपोर्टर: विज्ञापन में देखकर मोबाइल नंबर मिला है।
संचालिका: कास्ट क्या है?
रिपोर्टर: जाट
संचालिका: खेती है या कुछ नौकरी करते हो।
रिपोर्टर: फैक्टरी में नौकरी करता हूं।
संचालिका: कितनी सैलरी मिलती है।
रिपोर्टर: 10 हजार रुपये।
संचालिका: कितनी उम्र है.. संचालिका बाद में बात करने की कहकर कॉल काट देती है।