मुरादाबाद। यूपी सड़क परिवहन निगम के मुरादाबाद परिक्षेत्र से 48 चालक और परिचालक लापता हो गए। पिछले तीन माह से इनका कोई सुराग न लगने पर मुख्यालय तक हड़कंप मचा हुआ है। कुछ कर्मचारी छुट्टी लेकर गए। मगर इसके बाद वापस नहीं लौटे, जबकि कुछ कर्मचारी बिना अवकाश ही गायब हैं। रोडवेज निगम के अधिकारी चालक और परिचालकों के लंबे समय से गैर हाजिर होने की वजह साफ तौर पर बताने से कतरा रहे हैं। जबकि सूत्रों का दावा है कि यात्रियों को मैनुअल टिकट की जगह अब मशीन से टिकट देने की सुविधा होने और जगह जगह बसों की चेकिंग होने से इनकी कमाई पर ब्रेक लग गया था। जिस वजह से इन्होंने निगम की संविदा नौकरी से किनारा कर लिया।
यूपी सड़क परिवहन निगम में संविदा पर चालक और परिचालकों की भर्ती हुई थी। इन्हें किलोमीटर के हिसाब से मानदेय भुगतान दिया जाता है। कंडक्टरों के खेल पर चोट करने के लिए परिवहन निगम ने उन्हें टिकट मशीन दे दी। जिससे अधिकारी उनके इस खेल पर सीधे नजर रखने लगे। इसके अलावा चेकिंग स्टाफ भी बना दिया गया। जिस कारण बसों की जगह जगह चेकिंग शुरू हो गई। इसके बाद कंडक्टरों के खेल पर पूरी ब्रेक लग गया था। इसकी वजह से पिछले तीन में मुरादाबाद परिक्षेत्र में आने वाली पीतल नगरी डिपो, मुरादाबाद डिपो, अमरोहा डिपो, बिजनौर डिपो, नजीबाबाद डिपो और रामपुर डिपो के बीस चालक और 28 परिचालक गायब हो गए। इनमें कुछ कर्मचारी छुट्टी लेकर चले थे। इसके बाद वापस नहीं लौटे। जबकि चालक और परिचालक बिना अवकाश ही गायब हो गए हैं। इस मामले में मुख्यालय से रिपोर्ट मांगी गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि परिक्षेत्र में ढाई हजार से ज्यादा चालक और परिचालक हैं। इनमें कुछ कर्मचारी बिना बताए ही नौकरी छोड़कर चले जाते हैं। मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
यूपी सड़क परिवहन निगम में संविदा पर चालक और परिचालकों की भर्ती हुई थी। इन्हें किलोमीटर के हिसाब से मानदेय भुगतान दिया जाता है। कंडक्टरों के खेल पर चोट करने के लिए परिवहन निगम ने उन्हें टिकट मशीन दे दी। जिससे अधिकारी उनके इस खेल पर सीधे नजर रखने लगे। इसके अलावा चेकिंग स्टाफ भी बना दिया गया। जिस कारण बसों की जगह जगह चेकिंग शुरू हो गई। इसके बाद कंडक्टरों के खेल पर पूरी ब्रेक लग गया था। इसकी वजह से पिछले तीन में मुरादाबाद परिक्षेत्र में आने वाली पीतल नगरी डिपो, मुरादाबाद डिपो, अमरोहा डिपो, बिजनौर डिपो, नजीबाबाद डिपो और रामपुर डिपो के बीस चालक और 28 परिचालक गायब हो गए। इनमें कुछ कर्मचारी छुट्टी लेकर चले थे। इसके बाद वापस नहीं लौटे। जबकि चालक और परिचालक बिना अवकाश ही गायब हो गए हैं। इस मामले में मुख्यालय से रिपोर्ट मांगी गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि परिक्षेत्र में ढाई हजार से ज्यादा चालक और परिचालक हैं। इनमें कुछ कर्मचारी बिना बताए ही नौकरी छोड़कर चले जाते हैं। मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जा रही है।