प्रयागराज। निर्मल पंचायती अखाड़ा की ओर से संस्थापक एवं प्रथम श्रीमहंत बाबा महताब सिंह की याद और गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर तीन दिनी कार्यक्रम के समापन पर बुधवार को कीडगंज स्थित पीली कोठी के गुरुद्वारे में कीर्तन-दीवान सजा। अखंड पाठ साहिब की समाप्ति के बाद गुरुवाणी पाठ और फिर कथा-कीर्तन, प्रवचन के कार्यक्रम हुए।साथ ही अखाड़े के संस्थापक एवं प्रथम श्रीमहंत बाबा महताब सिंह के योगदान को भी याद किया गया।
अरदास से कार्यक्रम की शुरुआत के बाद गुरुद्वारा पक्की संगत के रागी जत्था भाई हरदीप सिंह मुंबई वाले सहित हरिद्वार के संत साहब सिंह, संत दर्शन सिंह, संत सतनाम सिंह शास्त्री, अमृतसर के संत सहजदीप सिंह, संत गेंदा सिंह के अतिरिक्त अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह के सहयोगी अमृतसर से आए संत रोहित सिंह ने कीर्तन करके संगत को निहाल किया। गुरु दरबार में मत्था टेकने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे।
अखाड़े के सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री ने कहा, गुरुनानक देव जी ने मीलों पैदल यात्रा करके सामाजिक सद्भाव, आपसी भाईचारा और मानवता का संदेश दिया। अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह की देखरेख में हुए कार्यक्रम का संचालन और संयोजन महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री ने किया। गुरुद्वारा पक्की संगत के महंत ज्ञान सिंह सहित बड़ी संख्या में महिला, पुरुष, बच्चे मौजूद थे।
जुटे विभिन्न अखाड़ों के संत
कीर्तन दरबार के बाद गुरु का अटूट लंगर बरता गया जिसमें बिना किसी भेदभाव सभी ने एक पंक्ति में बैठकर परसादां ग्रहण किया। इस अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़े के महंत जमुना पुरी, बड़ा उदासीन से महंत अग्रदास, महंत व्यास मुनि, महंत शिवानंद, निर्वाणी अनी अखाड़े से महंत गोपालदास सहित अन्य अखाड़ों से भी महंत शामिल हुए।