अद्भुत है नाथद्वारा की पिछवाई कला परंपरा
प्रयागराज। इलाहाबाद संग्रहालय में शनिवार को कलामनीषी आनन्द कुमारस्वामी की स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला के तहत आर्ट इंस्टीट्यूट शिकागो की डा. मधुवंती घोष ने 'इंडियाज लीविंग आर्ट ट्रेडीशन केस स्टडी आफ नाथद्वारा'विषय पर व्याख्यान दिया। कहा, चार सौ बरस पुरानी लेकिन अनवरत नाथद्वारा की पिछवाई कला परंपरा की निरंतरता बनी हुई है। यह कला परंपरा वल्लभाचार्य से विट्ठलनाथ तक होते आज भी जारी है। परंपरागत तरीके से काम करने वाले लगभग तीन सौ कलाकार परिवार न सिर्फ इस कला विधा को जीवित रखे हुए हैं अपितु विधिवत तालीम देकर इसे हस्तांतरित भी कर रहे हैं।
अध्यक्ष प्रो.मानस मुकुल दास ने डा. घोष के व्याख्यान को सराहा। संग्रहालय के निदेशक डा. सुनील गुप्ता ने कुमार स्वामी और अतिथि का परिचय दिया। संचालन डा.राजेश मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. ओए वानखेडे ने किया। कार्यक्रम में प्रो.एमसी चट्टोपाध्याय,प्रो हरिदत्त शर्माए डाँ रामनरेश तिवारी पिण्डीवासा, प्रो.पीसी सिंह, प्रो.अनामिका राय, हरिमोहन मालवीय, डॉ.श्रीरंजन शुक्ल, डा. प्रभाकर पाण्डेय, अरिन्दम घोष,डॉ.कावेरी विज, डॉ.जाहिदा खानम आदि मौजूद थीं।
डिजाइन ड्रेस एवं फैशन
प्रयागराज। श्री गंगा कल्याण सेवा समिति की ओर से नौ से ग्यारह दिसंबर तक सांस्कृतिक केंद्र में तीन दिवसीय डिजाइन ड्रेस एवं फैशन फोटोग्राफी की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें दिल्ली की फैशन डिजाइनर अमिता गुप्ता हस्त निर्मित इको फ्रेंडली ड्रेस प्रदर्शित करेंगी। फैशन फोटोग्राफर मनु पुरवार एवं जितेंद्र पकाश के छायाचित्रों की प्रदर्शनी भी लगेगी। समिति के अध्यक्ष रवि प्रकाश के मुताबिक उद्घाटन फैशन डिजाइनर जगजीत सिंह करेंगे।