लखनऊ से 24 किमी दूर स्थित गोसाईगंज उपकेंद्र के सिकंदरपुर अमोलिया गांव के आधे हिस्से में 60 घंटे तक हाई वोल्टेज करंट दौड़ता रहा। ट्रांसफार्मर अन बैलेंसिंग व पेटी के फ्यूज जलने से मंगलवार सुबह पांच से शुरू हुई समस्या का निदान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे के बाद हुआ।
इस दौरान ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता से लेकर अवर अभियंता तक से गुहार लगाई, पर सब एक-दूसरे पर मामला टरकाते रहे। नतीजतन 12 घरों में धूम-धड़ाका होता रहा। हाई वोल्टेज करंट से लोगों को लाखों का नुकसान हुआ है।
अनहोनी से बचने को लोगों ने बिजली ही बंद कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक आधे गांव में 26 नवंबर की सुबह पांच बजे हाई वोल्टेज करंट दौड़ना शुरू हुआ। बृहस्पतिवार दोपहर तीन बजे जब बड़े अफसर ने अधिशासी अभियंता को इसकी जानकारी दी तो अमला हरकत में
अनहोनी से बचने को लोगों ने बिजली ही बंद कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक आधे गांव में 26 नवंबर की सुबह पांच बजे हाई वोल्टेज करंट दौड़ना शुरू हुआ। बृहस्पतिवार दोपहर तीन बजे जब बड़े अफसर ने अधिशासी अभियंता को इसकी जानकारी दी तो अमला हरकत में
चार्जर फुंके, तीन दिन से मोबाइल बंद
भरत सिंह, दिलीप एवं संजीत के मुताबिक हाई वोल्टेज के बीच जिन लोगों ने मोबाइल चार्ज करने की कोशिश की, उनके चार्जर फुंक गए। इस कारण 27, 27 व 28 नवंबर तक कई लोगों के मोबाइल बंद रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि अधिशासी अभियंता आरएन वर्मा को घटना बताई तो उन्होंने एसडीओ का मोबाइल नंबर दे दिया। एसडीओ ने जेई और जेई ने लाइनमैन मनोज कुमार का मोबाइल नंबर दे दिया। फोन मिलाने पर वह बोला, जब फुरसत मिलेगी तब आएंगे।
भरत सिंह, दिलीप एवं संजीत के मुताबिक हाई वोल्टेज के बीच जिन लोगों ने मोबाइल चार्ज करने की कोशिश की, उनके चार्जर फुंक गए। इस कारण 27, 27 व 28 नवंबर तक कई लोगों के मोबाइल बंद रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि अधिशासी अभियंता आरएन वर्मा को घटना बताई तो उन्होंने एसडीओ का मोबाइल नंबर दे दिया। एसडीओ ने जेई और जेई ने लाइनमैन मनोज कुमार का मोबाइल नंबर दे दिया। फोन मिलाने पर वह बोला, जब फुरसत मिलेगी तब आएंगे।