शांति सभा के बाद शांति भोज, छात्रों ने किया प्रसाद ग्रहण

आंदोलन के 22 वें दिन छात्रों के अहिंसात्मक आंदोलन के 21 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में अनशन स्थल पर एक शांति भोज का आयोजन किया गया ,जिसमें हजारों छात्रों ने शांति भोज का प्रसाद ग्रहण किया और आज आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की गई ,जिसमें सभी संसद सदस्यों एवं गणमान्य व्यक्तियों को पत्र भेजे गए, जिसके द्वारा विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति से लोगों को अवगत कराया गया।
धरना स्थल पर ही *कौशांबी के संसद सदस्य माननीय विनोद सोनकर जी* का धन्यवाद ज्ञापन किया गया और यह कहा गया कि छात्र संघ को उनके समर्थन से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हुई है जो आंदोलन को एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
वहीं *यश भारती पुरस्कार से सम्मानित मरेद्र मिश्रा मसाल* पधारे और छात्र संघ बहाली के आंदोलन को अपना समर्थन दिया और कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ देश में काबिल राजनेताओं की पौधशाला है ।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इस तरह का निर्णय अन्यायपूर्ण व दुर्भाग्यपूर्ण होगा संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में यह   निर्णय लिया गया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र बाहुल्य डेलीगेसियों में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए बंद को किस प्रकार से सफल बनाया जाएगा।
पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव एवं उप मंत्री सत्यम सिंह सनी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि छात्रसंघ बहाली में जितनी शीघ्रता करेंगे विश्वविद्यालय के हितों में उतना ही बेहतर होगा।
इस दौरान पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा ,निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, वरिष्ठ छात्र नेता विवेकानंद पाठक ,जिया कोनैन रिजवी ,सत्येंद्र सिंह ,राहुल क्रांति प्रशांत समाजसेवी ,अरविंद सरोज, सौरभ सिंह बंटी ,आनंद सेंगर, दुर्गेश प्रताप सिंह ,विशाल सिंह रिशु ,अंकित द्विवेदी, चंदशेखर अधिकारी ,अजय सम्राट, सत्यम कुशवाहा, अंकित प्रतिहार ,मशद अंसारी, AIMIM से जीशान रहमानी, जितेंद्र धनराज ,राहुल पटेल समेत सैकड़ो छात्र मौजूद रहे।