29 अगस्त को कलेक्ट्रेट घेरने के लिए होगी पद यात्रा

29 अगस्त को कलेक्ट्रेट घेराव की तैयारी के लिए कल से छात्र करेंगे पदयात्रा,कल भी जारी रहेगा क्रमिक अंशन ।
चयन बोर्ड को  34,000 से अधिक तदर्थ शिक्षकों को बचाने की चाल नहीं  होने देगें सफल। अशासकीय कालेजों में खाली एक लाख पदों पर भर्ती शुरू करने, 2016 का रिजल्ट घोषित करने आदि मांगों को लेकर आज 27 वें दिन भी चयन बोर्ड पर क्रमिक अनशन जारी रहा। आज अनशन स्थल पर हुई बैठक में 29 अगस्त को कलेक्ट्रेट घेराव को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई। इसकी जानकारी देते हुए प्रतियोगी मंच के कोर कमेटी अध्यक्ष पवन गुप्ता,विनय सिंह, अखिलेश पाण्डेय, सुनील यादव  ने बताया कि कल 12 बजे से अनशन स्थल से पदयात्रा शुरू की जायेगी व जन संपर्क किया जाएगा और 26 अगस्त से कोचिंग संस्थानों में सम्पर्क कर 29 अगस्त को बंद रखने व कलेक्ट्रेट घेराव में शामिल होने की अपील की जायेगी। उन्होंने बताया कि आज लखनऊ में उपमुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चयन बोर्ड अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों की बैठक में हुए निर्णय की जानकारी के बाद आगे की रणनीति बनाई जायेगी। अगर सरकार ने समस्त खाली पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने आदेश नहीं दिया तो 29 अगस्त से छात्र मजबूरन आमरण अनशन जैसे कदम उठा सकते हैं। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि  सहायता प्राप्त जूनियर विद्यालयों में चयन बोर्ड के द्वारा भर्ती करने का शासनादेश दिया गया  था  लेकिन अभी तक चयन बोर्ड द्वारा इस संबंध में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। इसी तरह राजकीय विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्ती की जा रही हैं लेकिन एडेड कालेजों में इसके लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में सहायता प्राप्त विद्यालयों में भी राजकीय कालेजों की तरह  कम्प्यूटर शिक्षकों की भी भर्ती की जाये साथ ही साथ जीव विज्ञान विषय को भी सामिल किया जाय  उन्होंने कहा कि आज की शासन में होने वाली बैठक में संतोषजनक निर्णय नहीं लिया गया तो 29 जुलाई से प्रदेशव्यापी  आंदोलन शुरू होगा, जिसके तहत प्रदेशभर आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने सभी संगठनों को 29 अगस्त के कलेक्ट्रेट प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।क्रमिक अंशन में  विजय पाण्डेय, वृजेश सिंह, ओम मारूती नंन्दन, कमलेश ,सूर्य भान,प्रदीप कुमार वर्मा, कपिल देव,भोले नाथ, मनीष कुमार, ज्ञान प्रसाद सरोज ,वृजेश यादव विनोद कुमार मिश्र आदि सामिल रहे ।