शिकायतों पर महिला आयोग सदस्या ने दिखाए कड़े तेवर दर्जन भर महिला शिकायतकर्ताओं की ली सुधी, कड़ी कार्यवाही का दिया आश्वसन सीएचसी फतेहपुर व महिला चिकित्सालय की सुविधाओं में बिफरी सदस्या श्रीमती बंसल

बाराबंकी। जनपद पहुंची महिला आयोग सदस्य के कड़ंे तेवरों से जहां फरियादी महिलाओं को न्याय की आस पुख्ता हुई वहीं महिलाओं की अनेदखी कर उनके उत्पीड़न पर चुप्पी साधे अधिकारियों व दुव्र्यवहार करेने वाले अधिकारियों की होश फाख्ता नजर आए। महिला आयोग सदस्य सुनीता बंसल ने जहां जिला प्रशासन द्वारा मुहैया सर्किट हाउस में जगह की कमी को देखते हुए दूसरी जगह सुनवाई की बात कहीं वहीं सबसे पहले सीएचसी फतेहपुर व जिला महिला चिकित्सालय जाकर वहां महिला मरीजों की स्थिति व उपलब्ध सुविधाओ का जायजा लेते हुए तमाम असुविधाएं व गंदगी देख जिम्म्ेदार अधिकारियों व सीएमएस को कस कर फटकार लगाते हुए कड़ी चेतावनी भी दी।
सीएचसी फत्ेहपुर व जिला महिला चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान महिला आयोग सदस्य श्रीमती बसंल ने कहा कि बच्चा कमजोर है मतलब कि महिला को सही तरीके से आहार नहीं मिला है। महिला आयोग सदस्य सुनीता बसंल जैसे ही जिला महिला चिकित्सालय पहुॅची शिकायकर्ताओं की दर्जनो की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। शिकायतों में बताया गया कि लड़की होने पर 1500 और लड़का होने पर 2500 रूपये वसूले जाते है। रूपये न देने पर उपयुक्त सुविधाओं से वंचित कर दिया जाता है। शिकायतकर्ता ने कहा कि मैडम खून जाॅच के लिए चिकित्सक के कहने पर हाॅस्पिटल के बाहर बुलाकर 1400 रूपये लिये गये। इन तमाम शिकायतों पर जब सीएमएस डाॅ आभा आशुतोष ने जब बहाना बनाकर बात को टालना चाहा तो सदस्य श्रीमती बसंल भड़क उठीं और सीएमएस को फटकारते हुए सुधर जाने की हिदायद देते हुए स्टाफ की तमाम शिकायतों पर कड़े निर्देश दिये कि अपने यहाॅ नर्सो को कायदे से समझा दीजिये कि कोई भी लापरवाही हुई तो यहाॅ पर रहने नहीं दिया जायेगा। यह अस्पताल मरीजों की सुविधाओं के लिए खोला गया है। महिला आयोग सदस्य ने सीएचसी फतेहपुर के साथ जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लेबर रूम, एक्सरे रूम, शौचालय, आयुष्मान वार्ड, ओपीडी, पैथोलाॅजी, वार्डो में भर्ती महिलाओं से अस्पताल की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। 
महिला आयोग सदस्य ने जिला पंचायत सभागार में जन सुनवाई दौरान शबाना बेगम पुत्री जमील अहमद, रामवती पत्नी जगदेव, गुड़िया पत्नी स्व0सुकई, राजकुमारी पत्नी महगू, जनम दुलारी पत्नी स्व0राम उदित, शकीला बानो पत्नी निजामुद्देनी, आशा देवी पत्नी केशव शरन तिवारी, रामवती पत्नी बहादुर, गीता देवी स्व0हीरालाल, वंदना देवी पत्नी उमेश कुमार, बालजति देवी पत्नी धु्रव कुमार, सुषमा पत्नी इंद्रजीत, ललिता पत्नी श्री भगवान आदि जनपद विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं की शिकायतों पर सुनवाई की। थाना लोनीकटरा क्षेत्र से फरियाद लेकर आई दलित महिला सुषमा पत्नी इन्द्रजीत की शिकायत पर सुनवाई करते हुए जब सदस्या को पता चला कि सीओ रैंक के अधिकारी ने फरियाद लेकर गई महिला से अपशब्दों को प्रयोग ही नहीं अमर्यादित व्यवहार तक किया और शिकायत सुने बगैर भगा दिया व दुव्र्यवहार की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने पर फोन कर धमकाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए सुनवाई दौरान फोन कर सीओ से जवाब मांगा और जमकर फटकार लगाई। इतना ही नहीं महिला आयोग की सदस्या ने इसपर शीघ्र जांचकर कड़ी कार्यवाही की बात भी महिला को सांत्वना देते हुए कहीं। महिला आयोग की सदस्या ने कहा कि मामला बेहद संजीदा इसलिए भी हो जाता है क्यूंकि वरिष्ठ अधिकारी भी इस तरह का आचरण करने लगेंगे तो अधीनस्थ अधिकारी कैसे न्यायोचित कार्यवाही के लिए प्रेरित होंगे।  
जनसुनवाई के दौरान सीओ सदर राजेश यादव, महिला निरीक्षक, तहसीलदार नवाबगंज, बेसिक शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह, जिला समाज कल्याण विभाग से कार्यालय अधीक्षक, महिला कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।