सफाई के नाम पर रकम जेब में, गंदगी से बजबजा रहा जमुरिया नाला हरित पट्टी पर भी कब्जों की भरमार, 

बाराबंकी। जनपद में बाढ़ खण्ड विभाग और नगर पालिका प्रशासन की खाऊ कमाऊ नीति के चलते नगर के बीचों बीच से निकलने वाला जमुरिया नाला नगर क्षेत्र की आधे से ज्यादा आबादी के लिए मुसीबतों का सबब बन गया है। 
जहां पहले इसके सौंदर्यीकरण को लेकर कराड़ों रूपए भ्रष्टाचारियों की जेबों में हजम हो चुके हैं वहीं इस वर्ष भी सफाई के नाम पर लाखों रूपया हजम करने के बावजूद भी निवासियों की मानें तो कहीं सफाई हुई ही नहीं। जहां हुई भी वहां केवल घांस कटाई तक मामला सीमित रहा न कि नाले से कचड़ा निकाला गया। जिसके कारण पहली बारिश में ही नाला उफान पर आया तो जेसीबी से कचड़ा निकालने पर ही फैजाबाद लखनऊ मार्ग स्थित पुल से पानी निकल पाया। जिसको लेकर जहां जमुरिया किनारे बसे लोगों में रोष हे वहीं जिम्मेदार अधिकारी व नगर पािलका का नवागत इओ भी कुछ न बोलने को तैयार है और न कुछ बताने को। ऐसे में जनपद का स्वच्छता अभियान यानी प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजक्ट ही हासिए पर है।
बताते चलें कि पिछले वर्ष भी जब बारिश में इसी पुल से गंदगी के कारण पानी पास नहीं हो रहा था और घोसियाना सहित शहर मे जमुरिया का गंदा बजबजाता पानी घुसने लगा तब तत्कालीन एसडीएम अजय द्विवेदी ने इलेकट्रानिक मीडिया पर खबर चलने पर रात दो बजे स्वयं खड़े होकर मशीनों की मदद से कचड़ा निकलवाया था। जिसके बाद हाईवे भी बंद करना पड़ा था। ट्रकों से भरभर कर जमुरिया का कूड़ा फिकवाया गया। तब भी सफाई अभियान के बाद नाला सफाई जमीनी तौर पर न होने का मामला गर्माया था यानी लाखों हजम करने का।
पिछले कई दशकों में जमुरिया नाले की सफाई न होने के चलते ये नाला पूरी तरह कूड़े करकट से पट गया था और जिसकी वजह से बरसात के मौसम में नाले का गन्दा पानी उफन कर आस पास के रिहायशी इलाकों में भर जाता था जिससे परेशान स्थानीय लोगो की गुहार पर डीएम बाराबंकी ने नाले की सफाई का जिम्मा बाढ़ खण्ड विभाग को और नाले की सफाई से निकले कूड़े को हटाने का जिम्मा नगर पालिका को सौपा था । लेकिन दोनों महकमो की आपसी खींचतान का खामियाजा नगर की जनता को उठाना पड़ रहा है क्योंकि नाले की सफाई के नाम पर जहा बाढ़ खण्ड के अधिकारियो और ठेकेदार ने 16 लाख रुपये तो सरकारी फाइलों में खर्च कर डाले लेकिन नाले को गहराई से साफ करने के बदले महज ऊपर ऊपर से ही कूड़ा उठा कर अपने हाथ खड़े कर लिए । वही नगर पालिका प्रशासन ने भी किनारे पर लगाये गए कूड़े को उठाने से हाथ खड़े कर दिए है जिसके चलते जहा स्थानीय लोगो को बरसात के मौसम में नाले में फिर बाढ़ आने का डर सता रहा है वही नाले के किनारे जगह जगह लगे कूड़े के ढेर आम जनता के लिए कोढ़ में खाज साबित हो रहे है।