अब निजी अस्पतालों को हर माह देना होगा ब्योरा  एचएमआईएस पोर्टल पर फीड किया जाएगा डाटा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और जन्म.मृत्यु की देनी होगी सूचना

मेरठ ।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और जन्म-मृत्यु की सूचना अब हर निजी अस्पताल को हर माह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में देनी होगी। बेशक वहां का आंकड़ा शून्य ही क्यों न हो। अब तक यह सूचनाएं डाटा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से भारत सरकार के पोर्टल एचचएमआईएस हेल्थ मेनेजमैंट इनफारमेशन सिस्टमद्ध पर डाली जाती हैं। लेकिन अब जल्द ही सभी निजी अस्पतालों को पोर्टल का यूजर.आईडी पासवर्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके बाद इन अस्पतालों को ये डाटा खुद पोर्टल पर डालना होगा।
मुख्य चिकित्साअधिकारी डा. राजकुमार ने बताया राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्म-मृत्यु की सूचना अब हर निजी अस्पताल को देनी होगी। इस बारे में जनपद के सभी २७६ निजी अस्पतालों को अवगत करा दिया गया है। इससे पहले जिन अस्पतालों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों का आंकड़ा शून्य होता था वह सूचना उपलब्ध नहीं कराते थे लेकिन अब उन्हें भी सूचना दर्ज करानी होगी।
 उन्होंने बताया में जिले में कुल २७६ निजी अस्पताल, मैटरनिटी, नर्सिंगहोम रजिस्टर्ड हैं। इन सभी को जन्म-मृत्यु के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रम नसबंदी, टीबी, पोलियों टीकाकरण के अलावा संचारी रोग, स्वाइन फ्लू, डेंगू-चिकनगुनिया मरीजों की संख्या आदि की सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करानी होगी। गर्भपात के कितने केस हुए इसकी जानकारी भी देनी होगी। उन्होंने बताया अब तक इस मामले में निजी अस्पतालों की तरफ से सहयोग नहीं मिलता था। कुछ ही अस्पताल से सहयोग मिल रहा था । अस्पताल स्वयं सूचना नहीं देते थे। अब तक वह अस्पताल जिनमें इस तरह का कोई केस नहीं होता था, वह कुछ सूचना नहीं देते थे, लेकिन अब अनिवार्य कर दिया गया है। यदि वहां कुछ भी नहीं हुआ है तो उन्हें आंकड़े के कालम में शून्य लिख कर भेजना पड़ेगा। निजी अस्पतालों को यह डाटा हर महीने की 25 तारीख तक देना अनिवार्य है, ताकि सीएमओ कार्यालय से डाटा तस्दीक कर समय पर एचएमआईएस पोर्टल पर डाल दिया जाए।